उल्हासनगर :
आगामी महापालिका चुनाव से पहले शहर की राजनीतिक तस्वीर तेजी से बदल रही है। स्थानीय असंतोष, गुटबाजी और विपक्ष की सक्रियता के चलते उल्हासनगर प्रभाग 5 में इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की स्थिति कमजोर होती नजर आ रही है।इसी तरह पैनल नंबर 19 में भी मतदाताओं का झुकाव बदलता दिख रहा है, जिससे भाजपा को नुकसान होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।हाल ही में भाजपा की पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे, पूर्व नगरसेवक किशोर वनवारी और सुरेंद्र सावंत ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना (शिंदे गुट) का दामन थाम लिया। इस फेरबदल को राजनीतिक जानकार भाजपा के लिए बड़ा झटका और शिवसेना के लिए मजबूती का संकेत मान रहे हैं।राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इन दोनों प्रभागों के बदलते समीकरण भाजपा के चुनावी गणित को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, अंतिम तस्वीर उम्मीदवारों की घोषणा और जनसंपर्क अभियान के शुरू होने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।

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