उल्हासनगर —
क्रिटिकेयर अस्पताल में पैरालिसिस के मरीज की मौत के बाद शनिवार को उल्हासनगर में हिंसक घटना सामने आई। कैंप 4 के सरस्वती नगर निवासी 60 वर्षीय लालमन गुप्ता को एक सप्ताह पूर्व पैरालिसिस का झटका लगा था और उनका इलाज कैंप 3 स्थित क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में चल रहा था। शनिवार शाम लगभग पाँच बजे उनका डिस्चार्ज कर दिया गया। घर पहुँचने के कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गई।
घटना के समय गुस्साए परिजन अस्पताल परिसर में पहुँचे और डॉक्टर मोहित गव्हारे से सवाल-जवाब करने लगे। बातचीत के दौरान उनका गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने अस्पताल में कुर्सियाँ व अन्य सामान उठाकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। घटना के दौरान लैपटॉप, कंप्यूटर और कई कुर्सियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। CCTV कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई है।
सूचना मिलते ही डॉक्टर गव्हारे ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शंकर अवताडे को बुलाकर जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित किया। फिलहाल मामले की जांच पुलिस कर रही है।
पुलिस के अनुसार, घटना के कारण जहां एक तरफ अस्पताल के चिकित्सकीय कर्मियों की सुरक्षा चिंता का विषय है, वहीं परिवार के सदस्य के नुकसान के संदिग्ध कारणों के बारे में भी अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस ने अस्पताल और गुरू-आश्रय स्रोतों से विवरण संकलित कर रहा है।
स्थिति रोकने के लिए अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि वह सुरक्षा उपकरणों को मजबूत बनाएंगे और ऐसी घटना दोबारा न हो इसलिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय प्रशासन अभी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अग्रिम कार्रवाई हेतू टीम गठित कर दी गई है। शव परीक्षण या पोस्टमार्टम के बारे में अद्यतन जानकारी आवश्यक होने पर आगे प्रकाशित की जाएगी।
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