November 2022

 



उल्हासनगर - गत १७ सालों से पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे के अथक प्रयास और पालिका प्रशासन के खिलाफ उच्च न्यायालय की लड़ाई लड़ने के बाद अब प्लेग्राउंड बनाने के लिए सफलता प्राप्त की है।

ज्ञात हो कि उल्हासनगर कैंप नम्बर ५ स्थित कैलाश कॉलोनी चौक से काली माता मंदिर बीच कुर्ला कैंप रोड पर एक खाली प्लॉट है जिसका नम्बर ६३१ है और उसका एरिया तकरीबन 1 एकड़ बताया जाता है वह खुला प्लॉट है। यह प्लॉट ३० से ४० फ़ीट गड्ढे में था। स्थानीय नगरसेविका पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे ने इस प्लॉट को बच्चों के लिए खेल का मैदान बनाने का ठान लिया था। इस प्लॉट के बारे में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण और उल्हासनगर मनपा द्वारा अलग अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। फिर भी पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे ने हार नहीं मानी थी। उन्होंने अपनी कोशिश जारी रखी थी।इस खाली पड़े प्लॉट का गड्ढा ईमारत बनाते या तोड़ते समय बचा मलबा यानेकी डेब्रिज़ से भर दिया गया है। पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे ने इस प्लॉट के बारे में 

महराष्ट्र जीवन प्राधीकरण प्रशासन से पत्रव्यवहार करके वह प्लॉट (नम्बर ६३१) सरकार से उल्हासनगर महानगर पालिका को हस्तांतरित कर दिया साथ ही उक्त प्लॉट पर बच्चों को खेलने के लिए स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाया जाने वाला है। पूर्व नगरसेविका मीना सोंडे ने उल्हासनगर महानगर पालिका की आमसभा में इस प्लॉट पर स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाने के लिए मांग भी की थी। डेवलपमेंट प्लान में फ़ेरबदल कर इस प्लॉट पर खेल के मैदान के लिए आरक्षित किया गया है ऐसी जानकारी उल्हासनगर महानगर पालिका की स्थानीय पूर्व नगरसेविका श्रीमती मीना सोंडे ने दी।

इस प्लॉट पर स्थानीय नागरिकों, उमनपा स्वछताकर्मियों द्वारा सफाई अभियान भी किया गया था। लाल मिट्टी का भराव डालकर बच्चों के लिये स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाया जाएगा। साथ ही ठाणे ज़िला के पालकमंत्री और पालिका आयुक्त को पत्र लिखकर इस प्लॉट पर खेल मैदान बनाने के लिए १ करोड़ ५० लाख रुपये निधी फंड की मांग की गयी है ताकि उक्त खाली जगह पर बच्चों को खेलने के लिये स्पोर्ट्स ग्राउंड बनाया जाए। आनेवाले समय में कैंप नम्बर ५ के रहिवासियों को एक खेल का मैदान मिल सके ऐसा पूर्व नगरसेविका सोंडे ने बताया।

नगरसेविका मीना सोंडे द्वारा इस के पहले भी एक ओपन प्लॉट के लिए पालिका प्रशासन के साथ उच्च न्यायालय तक लड़ाई लड़कर उस प्लॉट को ऑक्सी पार्क बनाने के लिए सफलता प्राप्त की है जिससे इस प्लॉट पर आज भी बहुत से बच्चे खेलते हैं और आनंद महसूस करते है।




 


उल्हासनगर:


उल्हासनगर महानगर पालिकेच्या मुख्यालयात जवळपास सर्व महापुरुषांची जयंती महापालिका प्रशासनाच्या वतीने साजरी केली जाते यात कुठलीही शंका नाही.परंतु आपल्या शहरात विविध ठिकाणी या महापुरुषांचे स्मारक ( पुतळे ) उभारण्यात आले आहेत.महापालिका प्रशासन मुख्यालयात तर जयंती व पुण्यतिथी साजरे करते परंतु या स्मारकांकडे दुर्लक्ष करते व ही बाब निषेधार्थ आहे.महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेच्या वतीने शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख यांनी मागणी केली की उल्हासनगर महापालिका क्षेत्रात ज्या ज्या ठिकाणी महापुरुषांचे पुतळे आहेत त्या त्या ठिकाणी महापालिकेच्या वतीने या सर्व महापुरुषांची जयंती व पुण्यतिथी साजरी करण्यात यावी.तसेच यासाठी मंडप,रोषणाईसह इतर खर्च महापालिकेच्या वतीने करण्यात यावा अशीही मागणी बंडू देशमुख यांनी केली आहे.

 


उल्हासनगर:


                 उल्हासनगर शहराला MIDC कडून दिवसाला जवळपास 140 ते 145 MLD पाणी पुरवठा केला जातो.व आपल्या शहरातील लोकसंख्या पाहता आपल्याला 110 ते 115 MLD पाणी पुरेसे आहे.म्हणजेच midc आपल्याला दररोज 25 ते 30 mld पाणी अतिरिक्त देते तरी सुद्धा दररोज बऱ्याच विभागात सुरळीत पाणी पुरवठा केला जात नाही.अनेक नागरिकांना तर दोन दोन दिवस पाणी मिळत नाही ही बाब गंभीर आहे.व याच मुख्यकारण म्हणजे संपूर्ण शहरात मोठया प्रमाणात होणारी पाणी गळती व पाण्याची चोरी व या पाणी गळतीला फक्त आणि फक्त अधिकारी व ठेकेदार जबादार आहेत.कारण विविध ठिकाणी पाईप लाईन टाकतांना निकृष्ट दर्जाच साहित्य वापरलं जात. नियमानुसार महापालिके कडून पाईप लाईनच काम करतांना DI च्या पाईपचा वापर व्हायला हवा परंतु ठेकेदार जास्त रकमेचा ठेका घेऊन कमीतकमी खर्चात काम कस होईल या चक्कर मध्ये असतो.त्यातच पाईप लाईनच काम करतांना प्रशासना काडून DI च्या पाईप ऐवजी GI च्या "C" Class च्या पाईप वापरण्याच काम दिल जात.परंतु ठेकेदारा कडून "A" class च्या पाईपला "C" चा कलर मारून "C" class च्या पाईप ऐवजी "A" च्या निकृष्ट दर्जाच्या पाईपचा वापर केला जातो.हा पाईप 4 ते 6 महिन्यात सडतो मग पाणी गळतीची तक्रार येते मग आमचे अधिकारी ठेकेदाराला कुठलीही वर्क ऑर्डर न देता तोंडी आदेश देऊन काम करायला सांगतात ठेकेदार त्या ठिकाणी खोदतो व त्या पाईपला वेल्डिंग करतो.थोडयाच दिवसांनी तोच पाईप वेल्डिंगच्या पुढे सडतो परत ठेकेदार पुढे वेल्डिंग करतो हा सिलसिला संपूर्ण शहर भर वर्षे ना वर्ष सुरु आहे.व कामात करोडो रुपयाचा भ्रष्टाचार केला जातो.व अशा निकृष्ट दर्जाच्या कामामुळे दिवसाला कितीतरी MLD पाणी वाया जाते.वारंवार रस्ते खोदले जातात.परंतु या बाबतआपल्या अधिकाऱ्यांनां कुठलंही सोयर सुतक नाही असा आरोप मनसे शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख व जिल्हा सचिव संजय घुगे यांनी केला आहे.


मी आपल्याला या निवेदनच्या माध्यमातून विनंती करतो की हा करोडो रुपयाचा भ्रष्टाचार,पाणी गळती मुळे रस्त्यांच होणार खोदकाम व या खोदकामामुळे रस्त्याच होणार नुकसान,मोठया प्रमाणात होणारी पाणी गळती,पाणी गळती मुळे होणारी पाण्याची नासाडी व या सर्व प्रक्रियेत होणारा करोडो रुपयाचा भ्रष्टाचार,ठेकेदारा द्वारे पुन्हा पुन्हा काम निघावं म्हणून केल जाणार निकृष्ट दर्जाच काम हे कुठेतरी थांबायला हवं यासाठी तसेच यापुढे होणार नवीन पाईप लाईन काम तसेच देखभाल दुरुस्तीच्या कामात जास्तीतजात "GI" च्या पाईपचा वापर करून चांगल्या प्रतीच काम करण्यात यावं.शहरातील पाणी गळती बंद करून शेवटच्या नागरिकांन पर्यंत मुबलक पाणी पोहचवण्यात यावं.तसेच शहरातील सर्व विभागातील नागरिकांना सामान पाणी पुरवठा करण्यात यावा,तसेच जानेवारी 2017 ते 30 नोव्हेंबर 2022 या कालावधीत पाणी गळती बंद करण्यासाठी व पाईप लाईनच्या देखभाल दुरुस्तीसाठी महापालिकेचा किती खर्च झाला व याला जबादार कोण.? याची चौकशी करण्यात यावी अशी मागणी शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख व जिल्हा सचिव संजय घुगे यांनी आयुक्तांकडे केली आहे.

 



उल्हासनगर - महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राजसाहेब ठाकरे और अमितसाहेब ठाकरे के आदेश पर एड. कल्पेश माने को कल्याण लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत उल्हासनगर तथा अम्बरनाथ विधानसभा कार्यक्षेत्र के उप जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ती की गई है।  महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना के अध्यक्ष श्री अमित राजसाहेब ठाकरे के आदेशानुसार एवं मनसे नेता राजूदादा पाटिल,मनसे महासचिव श्री संदीप पचंगे, श्री अखिल चित्रे, एवं सायली सोनवणे मैडम, जिलाध्यक्ष धनंजय गुरव के मार्गदर्शन में ऐड कल्पेश माने को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया इनके साथ ही अंकित कांबले को उल्हासनगर तथा अम्बरनाथ कार्यक्षेत्र के जिल्हा सचिव पद पर नियुक्ति की गई। 


ज्ञात हो कि ऐड कल्पेश माने द्वारा बहस करने पर विभिन्न आंदोलनों के चलते मनसे नेता संदीप देशपांडे और ठाणे जिला अध्यक्ष अविनाश जाधव  को अदालत से जमानत मिल गई थी।  तभी से एड. माने सुर्खियों में आ गए हैं जिससे उनकी कार्यप्रणाली को देखते हुए उन्हें मनसे के कानूनी विभाग में एक महत्वपूर्ण पद भी जिम्मेदारी सौंपी गई।






 


उल्हासनगर:


२५ नवंबर को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मीटलेस डे के रुप में मनाया जाता है २५ नवंबर १८७९ को हैदराबाद सिंध अखंड भारत में जन्मे साधु थांवरमल लीलाराम वासवानी एक महान संत रहे हैं , जिन्होंने एम.ए. करने के बाद में प्रोफेसर बन गए व महिलाओं को सशक्त बनाने और शिक्षित करने के उद्देश्य से मीरा आंदोलन की स्थापना की स्वतंत्रता आंदोलन में भी बहुत बड़ा योगदान देने के बाद सभी को एक ही नज़र से देखते हुए   प्रेम और सम्मान का उपदेश देते हुए जीवन जीया , अधिक जानकारी देते हुए उल्हासनगर व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष जगदीश तेजवानी बताते हैं ३० वर्ष की उम्र में साधु वासवानी भारत के प्रतिनिधि के रूप में विश्व धर्म सम्मेलन में बर्लिन गये उनके प्रभावशाली भाषण के बाद यूरोप में धर्मप्रचार के दौरान वहां के लोगों के बीच व जीवन मे गहरा प्रभाव हुआ ,उनका मानना ​​था कि सभी प्राणियों में एक जैसा जीवन होता हैं औऱ सबके लिये दिल मे दया भावना रहना चाहिये  जीवनकाल के दौरान उन्होंने साधु वासवानी मिशन की स्थापना की जो सभी धर्मों की एकता में विश्वास करता है और सभी धर्मों के महान लोगों का सम्मान करता है " मिशन का उद्देश्य सभी मनुष्यों, पक्षियों, जानवरों, चेतन और निर्जीव चीजों में केवल एक ही जीवन प्रवाहित होता है , साधु वासवानी का १९६६ में ज्योतिज्योत समा गए ,  १९८६ में दादा जेपी वासवानी (साधु वासवानी मिशन के पूर्व आध्यात्मिक प्रमुख) द्वारा यह प्रस्ताव रखा गया कि २५ नवंबर , साधु वासवानी की जयंती को अंतर्राष्ट्रीय माँसहीन दिवस  Inernational Meatless Day के रूप में मनाया जाए। मीटलेस डे अभियान की शुरुआत जानवरों की हत्या को बचाने और रोकने के लिए शाकाहारी जीवन शैली अपनाने के लिए की गई थी अभियान को काफी सफलता मिली साधु वासवानी मिशन के कई अनुयायियों और शिष्यों व कई देशों में तब से इस दिन मांसाहार न करने का संकल्प लिया हैं तब से अंतरराष्ट्रीय माँसहीन दिवस के रुप में पूरे विश्व में मनाया जाता हैं।





उल्हासनगर - 


बालासाहेब की शिवसेना के उल्हासनगर शहर प्रमुख राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज के काफी कोशिश के पश्चात उल्हासनगर महानगर पालिका प्रशासन ने सिंधी समुदाय के राजा दाहिर सेन के नाम से बनाया गया चौक का निर्माणकार्य शुरू कर दिया।

ज्ञात हो कि कुछ महीने पहले उल्हासनगर मनपा की ओर से सिंध के आखरी हिंदू राजा सिंधु नरेश महाराज दाहिर सेन के नाम से चौक कैंप नंबर तीन स्थित १७ सेक्शन में टिलसन मार्केट के सामने पास किया गया था। चौक का काम भी शुरू हुआ लेकिन कुछ कारणवश बीच में ही यह काम बंद हो गया। इस चौक का निर्माणकार्य बंद होने की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पूर्व नगरसेवक और बालासाहेब की शिवसेना के शहर प्रमुख राजेंद्र सिंह भुल्लर (महाराज) ने उल्हासनगर महानगर पालिका प्रशासन को इस बारे मे अवगत कराया परिणामस्वरूप पालिका प्रशासन ने इस चौक के निर्माणकार्य को तत्काल पुन: तेजी से शुरू किया। जिससे बालासाहेब की शिवसेना के शिवसैनिकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। अब शहर में यह भी चर्चा चल रही है कि उल्हासनगर महानगर पालिका द्वारा बनाया गया सिंधु भवन का उद्घाटन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे या फिर सांसद श्रीकांत शिंदे के करकमलों द्वारा किया जा सकता है।


सिंधु देश के आखरी हिन्दू राजा, राजा दाहिरसेन जी का इतिहास इस प्रकार है।राजा दाहिर सिंध के सिंधी ब्राह्मण सैन राजवंश के अंतिम राजा थे। उनके समय में ही अरबों ने सर्वप्रथम सन ७१२ में भारत (सिंध) पर आक्रमण किया था। महान हिन्दू राजा दाहिरसेन ने ३२ सालों (६६३ से ७१२ ईसवी) तक मोहम्मद बिन कासिम को सिन्ध से ही आगे नहीं बढ्ने दिया।

उन्होंने अपने शासनकाल में अपने सिंध प्रांत को बहुत ही मजबूत बनाया परंतु अपने राष्ट्र और देश की रक्षा के लिए उन्होंने मोहम्मद बिन कासिम की लड़ाई लड़ी और ७१२ में उनका सिंधु नदी के किनारे उनकी मौत हो गयी।


पश्चिम में एक कहावत है कि पहले दुश्मन को बुरा नाम दो और फिर उसे मार दो। ऐसा ही कुछ मुस्लिम इतिहासकारों ने किया, उन्होंने सिंध के आखिरी हिन्दू राजा को बदनाम करने में कोई कसर न छोड़ी, क्यूंकि उस हिन्दू राजा ने ३२ साल तक उनको आगे नहीं बढ़ने दिया था।

पुष्करणा ब्राह्मण राजा दाहिरसेन को बदनाम करने के लिए अपनी ही बहन से विवाह करने के मनगढंत किस्से लिखने शुरू किये, अगर कोई हिन्दू धर्म को समझता है तो वो समझ सकता है कि अपनी ही बहन से विवाह करना हिन्दू धर्म की नही दुसरे धर्मों की प्रथा है और ये मुस्लिम इतिहासकारों का सफेद झूठ था उनको आने वाले समय में बदनाम करने के लिए गया था।


हिन्दू इतिहास पर गौर किया जाए तो पुण्य सलिला सिंध भूमि वैदिक काल से ही वीरों की भूमि रही है। वेदों की ऋचाओं की रचना इस पवित्र भूमि पर बहने वाली सिंधु नदी के किनारों पर हुई, इसी पवित्र भूमि पर पौराणिक काल में कई वीरों व वीरांगनाओं को जन्म दिया है। जिनमें त्रेता युग में महाराज दशरथ की पत्नी कैकेयी और द्वापर युग में महाराजा जयदरथ का नाम भी शामिल है।


राजा दाहिर एक महान हिन्दू शासक थे जिहोने युद्ध क्षेत्र में लड़ते हुए प्राण न्योछावर किये l उनकी सुंदर बेटियों को इस्लामी परंपरा के तहत युद्ध में लूट के रूप में कब्जा लिया गया। मुहम्मद बिन कासिम ने उनकी बेटियों को उस समय के खलीफा सुलेमान बिन अब्द अल मलिक के सामने उपहार के रूप में भेजा।


अंत में उनकी ही बेटियों ने पहले सूझ बुझ और अक्लमंदी से खलीफा के हाथों मुहम्मद बिन कासिम को मरवा कर अपना बदला लिया और बाद में खुद को खलीफा से बचाते हुए एक दुसरे को ही मार दिया।


राजा और उनकी बेटियों के बलिदानों से प्रेरित होकर ही सिंधी लेखक ने यह पंक्तियां लिखी हैं -

हीउ मुहिजो वतन मुहिजो वतन मुहिजो वतन,

माखीअ खां मिठिड़ो, मिसरीअ खां मिठिड़ो,

संसार जे सभिनी देशनि खां सुठेरो।

कुर्बान तंहि वतन तां कयां पहिंजो तन बदन,

हीउ मुंहिजो वतन मुहिजों वतन मुहिजो वतन।





 


उल्हासनगर: मोहित हरिसिंघनी


               गोवा  में 'अंतरराष्ट्रीय लेवल कराटे चैंपियनशिप' में  उल्हासनगर से अलग अलग एक ग्रुप में पहले दूसरे औऱ तीसरे स्थान पर जीतकर आये गौरव की बात हैं , उल्हासनगर पहुँचने पर बच्चों का सम्मान कर उनकी हौसला अफजाई के लिये एक कार्यक्रम रखा गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उल्हासनगर व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश तेजवानी , राजन चंद्रवंशी , डॉ. राजकुमार इसरानी , एवरग्रीन सीनियर सिटीजन अध्यक्ष  देवीदास भारवानी , जसलोक स्कूल के शुक्ला सर , वाशु रूपचंदानी, अजय चिमनानी सहित कई गणमान्य व कई कराटे मार्शलआर्ट के बच्चों के साथ कई पैरेंट्स भी मौजूद रहे।अध्यक्ष जगदीश तेजवानी ने बच्चों का मनोबल बढ़ाने के साथ साथ उनकी हौसलाअफजाई भी की आज के माहौल में कराटे का बहुत महत्व हैं ख़ासकर लड़कियों के लिये सेल्फ़ डिफेंस , बच्चों के माता पिता से अपील हैं अपने बच्चों को यह विद्या जरूर सिखाये ।


अलग अलग श्रेणी में गोल्ड मेडल जीतने वाले बच्चों के नाम समृद्धि पालेकर , आकांक्षा पवार, श्लोक पाटील औऱ एक ख़ास बच्चा जो कि बोल सुन नहीं सकता प्रेम गायकवाड़ वह गोल्ड मेडल जीतकर आया हम सब को उनकी हौसला अफजाई करना चाहिए। हड स्ट्रैकटर मोती विश्वकर्मा का कहना हैं जैसे राजन चंद्रवंशी व जगदीश तेजवानी ज़रूरत होने पर टूर्नामेंट में शामिल होने वाले बच्चों की आने जाने रहने की व्यवस्था भी करते हैं वैसे ही यहां के समाजसेवियों, नेता व नगरसेवक अग़र समर्थन करे तो औऱ भी विदेशों में प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर उल्हासनगर का नाम रोशन कर  सकते हैं।












उल्हासनगर - 


राजेंद्रसिंह भुल्लर यांच्या प्रयत्नाला यश साधू वासवनी पुतळ्याच्या सुशोभिकरणासाठी बाळासाहेबांची शिवसेना उल्हासनगर शहरप्रमुख श्री राजेंद्रसिंह भुल्लर (महाराज) यांनी साधू वासवनी पुतळ्या च्या सुशोभिकरणा साठी ७५ लाखाचा निधीला मंजुरी देण्यात आली आहे.यासंदर्भात सविस्तर माहिती अशी की, शिवसेना खासदार डॉ. श्रीकांत एकनाथ शिंदे यांच्याकडून ७५ लाखांच्या निधिची मागणी केली असता खासदार डॉ. श्रीकांत शिंदे यांनी  हा निधी ताबडतोड मंजूर करून दिला असल्याचे सांगण्यात येत आहे.

यामुळे सिंधी समुदायात आनंदाचे वातावरण पसरले आहे.निवडणुकीच्या दृष्टीकोनातून पाहिले असता बाळासाहेबांची शिवसेनेची ही महत्वाची कामगिरी मानली जात आहे.









 




उल्हासनगर - बाल दिवस निमित्ताने उल्हासनगर महानगर पालिकेचे आयुक्त अजीज शेख यांच्या पुढाकाराने पालिकेतर्फे मोफत तपासणी शिबिराचे आयोजन करण्यात आले होते. या शिबिराला विद्यार्थी आणि पालकांनी मोठा प्रतिसाद दिला.

यासंदर्भात सविस्तर माहिती अशी की,उल्हासनगर महानगरपालिका समग्र शिक्षा समावेशित शिक्षण व रिद्धी सिद्धी चॅरिटेबल ट्रस्टचे प्रमुख मुकेश खेमचंदानी व मानसोपचार तज्ञ  डॉक्टर गौरव त्रिवेदी यांच्या संयुक्त विद्यमाने दिव्यांग मुला मुलींची १४ नोव्हेंबर २०२२ रोजी बाल दिवस या निमित्ताने मोफत तपासणी शिबिर आयोजित करण्यात आले. ही तपासणी सेक्शन २२ कवाराम चौक उल्हासनगर - ३ येथे रिद्धी सिद्धी पॉली क्लिनिकमध्ये करण्यात आले. यामध्ये ७० पेक्षा अधिक दिव्यांग मुला-मुलींना तपासण्यात आले. या तपासणीमध्ये डॉक्टर गौरव त्रिवेदी यांनी दिव्यांग मुलांची जन्मल्यापासून प्राथमिक तपासणी व तसेच दैनंदिन जीवनात येणाऱ्या  समस्या व त्याचे निवारण, कौशल्य मानसिक ,शारीरिक आजार व इतर वर्तनुक समस्या याबाबत सविस्तर चर्चा पालकांसोबत  केली व त्याबाबत तशा उपाययोजना सांगितल्या व तसेच श्री मुकेश खेमचंदानी यांच्यामार्फत मोफत औषध उपचार सुद्धा प्रत्येक रुग्णांना देण्यात आले. यामध्ये मनपा शाळा, विनाअनुदानित खाजगी अनुदानित, स्पेशल शाळांनी सहभाग घेतला व तसेच शिबिरामध्ये जास्त प्रमाणात विद्यार्थी वाढल्यामुळे विद्यार्थ्यांची तपासणी करिता पुढील दुसरा कॅम्प घेण्याबाबतचे नियोजन माननीय डॉक्टर गौरव त्रिवेदी यांच्यामार्फत करण्यात आले. १४ नोव्हेंबर २०२२ रोजी भारताचे माजी पंतप्रधान पंडित जवाहरलाल नेहरू यांचे जन्मदिनानिमित्त मोफत शिबिर आयोजित करण्यात आले होते. या शिबिरात विद्यार्थी पालकांचा प्रतिसाद खूप छान लाभला. हे शिबिर रात्री १०.३० पर्यंत सुरू होते. सदरचा दिव्यांग मुला मुलीं करिता Neuropschyatric Consultation शिबिर घेण्याकरिता समग्र शिक्षाचे अध्यक्ष व उल्हासनगर महानगरपालिकेचे माननीय आयुक्त तथा प्रशासक श्री अजिज शेख यांच्या अध्यक्षतेखाली घेण्यात आले. सदर शिबिर घेण्याकरिता माननीय अतिरिक्त आयुक्त शहर श्री. जमीर लेंगरेकर यांच्या प्रेरणेने व मार्गदर्शनाखाली घेण्यात आले.. तसेच शिबिरामध्ये उपायुक्त डॉक्टर सुभाष जाधव, प्रशासनाधिकारी हेमंत शेजवळ उपस्थित होते. माननीय उपायुक्त  डॉक्टर सुभाष जाधव यांनी विद्यार्थ्यांना पालकांना मार्गदर्शन केले. एकंदरीत सर्व विद्यार्थ्यांना शाळेतील Counseling समुपदेशनची किती अत्यंत आवश्यकता आहे याबाबत सविस्तर माहिती माननीय अतिरिक्त आयुक्त श्री. जमीर लेंगरेकर साहेबांनी दिली. यामध्ये केंद्र शासनाकडून दिव्यांग मुलांना मिळणाऱ्या सोयी सुविधा व इतर उपक्रम तसेच दिव्यांग विद्यार्थ्यांकरीता थेरेपी सेंटर,(MPRTC centre) Autism सेंटर, Learning Disability Assessment Centre व दिव्यांग मुला मुली दिव्यांग व्यक्तींकरिता गार्डन असे विविध उपक्रम करण्याकरिता समग्र शिक्षा समावेशित शिक्षण व दिव्यांग कल्याणकारी योजना यांना आदेशित केले आहे. तसेच शिबिर यशस्वी करण्याकरिता समग्र शिक्षा समावेशित शिक्षण अंतर्गत तज्ञ कर्मचारी श्रीमती संगीता लहाने काळे, योगेश मराठे ,असलम शेख,मनीषा पवार ,राजश्री पाटील यांनी सहकार्य केले.





 











उल्हासनगर:

उल्हासनगरातील शासकीय मध्यवर्ती रुग्णालय जिल्हा दर्जाचे असून, ते शासनाच्या आरोग्य धोरणानुसार प्राप्त जिल्हा दर्जानुसार सर्व सोयीसुविधा, आवश्यक यंत्रणा, साधन, मनुष्यबळासहित काळानुरूप अद्ययावत झालं पाहिजे व त्या रुग्णालयात जिल्हा रुग्णालयाच्या सर्व सद्यस्थितीत आवश्यक आरोग्यसेवा मिळाल्या पाहिजेत, अशी मागणी सिटीजन हेल्थ केअर फाऊंडेशनने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांच्याकडे केली आहे. २१ सप्टेंबर २०२२ रोजी उल्हासनगरातील राज असरोंडकर, शिवाजी रगडे, सतिश मराठे, नितेश (मॉंटी) राजपूत, अमोल देशमुख अशा विविध संघटनांच्या सामाजिक कार्यकर्त्यांनी शहरातील शासकीय मध्यवर्ती रुग्णालयाची केलेली पाहणी, त्यानंतर २९ सप्टेंबर २०२२ रोजी पाहणीत आढळलेल्या गैरसोयींबाबत रुग्णालय प्रशासनाला दिलेले निवेदन व त्या निवेदनास प्रशासनाकडून आलेले उत्तराच्या संदर्भाने मुख्यमंत्र्यांना निवेदन देण्यात आले असून, त्यास एक महिना होत आला तरी प्रतिसाद न मिळाल्याने फाऊंडेशनने जनआंदोलनाचा पवित्रा घेतला आहे.

कर्जत, कसारा, शहापूर, मुरबाड, टोकावडे या आदिवासी भागांतून तसंच कल्याण, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापूर या शहरी भागातून मोठ्या संख्येने रुग्ण उल्हासनगरातील शासकीय मध्यवर्ती रुग्णालयावर अवलंबून आहेत, हे सिटीजन हेल्थ केअर फाऊंडेशनच्या कार्यकर्त्यांनी पाहणी दरम्यान अनुभवले. सद्यस्थितीत रुग्णालयावी जुनी व विस्तारीत इमारत अपुरी पडत असून, पॅसेजेसमध्येही वार्ड उभारून तिथे रुग्णांवर उपचार सुरू असल्याचं आम्ही पाहिलं. एका कोणत्याही प्रगत राज्यासाठी ही अत्यंत लाजीरवाणी गोष्ट आहे, असे फाऊंडेशनचे समन्वयक शिवाजी रगडे यांनी म्हटले आहे.

आपल्या जनतेचे पोषणमान व राहणीमान उंचावणे आणि सार्वजनिक आरोग्य सुधारणे या गोष्टी राज्य आपल्या प्राथमिक कर्तव्यापैकी असल्याचे मानील आणि विशेषतः मादक पेये व आरोग्यास अपायकारक अशी अंमलीद्रव्ये यांचे औषधीय प्रयोजनाखेरीज सेवन करण्यावर बंदी आणण्यासाठी राज्य प्रयत्नशील राहिल, असं भारतीय संविधानातील अनुच्छेद ४७ मध्ये नमूद आहे. त्यामुळे कोणत्याही सबबी पुढे न करता लोकांना दर्जेदार आणि कोणाही सर्वसामान्य नागरिकाला परवडेल अशी आरोग्य सेवा मोफत अथवा सवलतीच्या दरात पुरवणे राज्य सरकारचं संविधानिक कर्तव्य आहे अस फाऊंडेशनचं मत आहे.

उल्हासनगरातील शासकीय मध्यवर्ती रुग्णालय २०२ खाटांवरून ३५० खाटांचे श्रेणीवर्धन करण्याचा प्रस्ताव रुग्णालय प्रशासनाकडून शासनास २ मे २०१७ रोजी पाठवण्यात आलाय. ३ ऑक्टोबर, २०१८ रोजी तोच प्रस्ताव विहित नमुन्यात शासनास पाठवण्यात आला आहे. श्रेणीवर्धन करण्याकरिता इमारत बांधकामाचे अंदाजपत्रकही रुग्णालय प्रशासनाने सार्वजनिक बांधकाम विभागाकडून मागवले, परंतु १३ जानेवारी, २०२२ रोजीच्या संबंधित पत्रास सार्वजनिक बांधकाम विभागाने प्रतिसाद दिला नसल्याची माहिती फाऊंडेशनला प्राप्त आहे.

आरोग्य विभागाच्या १ मार्च, २००६ रोजीच्या शासन निर्णयानुसार २०२ खाटांच्या मानांकनानुसार, अधिकारी / कर्मचारी यांची ३८९ पदे मंजूर आहेत. मात्र, त्यातली केवळ २७३ भरलेली आहेत. विशेषज्ञ, वैद्यकीय अधिकारी यांची रिक्त पदे भरण्यासंदर्भात मासिक बैठकांत वेळावेळी मागणी करुनही शासनाकडून प्रतिसाद नाही, असं रुग्णालय प्रशासनाकडून प्राप्त पत्रातून कळतं. उपलब्ध मनुष्यबळावरच रुग्णांना उत्तम सेवा पुरवण्याचं आव्हान रुग्णालय प्रशासनासमोर आहे. अशा स्थितीत त्यांच्यासमोर आंदोलन करून, ठिय्या धरून काय साधेल, असा प्रश्न पडल्याने मुख्यमंत्र्यांना साकडे घालण्यात आले. परंतु, अद्यापि मुख्यमंत्री कार्यालयाकडून हालचाल झालेली नाही.. एक जिल्हा रुग्णालय म्हणून शासकीय मापदंडानुसार, पुढील सेवा उल्हासनगरातील शासकीय रुग्णालयात असणं गरजेचं आहे. १. बाह्यरुग्ण विभाग २. आंतरुग्ण विभाग ३. माता व बाल संगोपन विभाग ४. तात्काळ उपचार कक्ष ५. प्रयोगशाळा ६. प्रसूतीगृह ७. शस्त्रक्रिया गृह ८. शवविच्छेदन विभाग ९. वाहन सुविधा ( रुग्णवाहिका) १०. नवजात अर्भक काळजी कोपरा ११. क्ष किरण १२ न्याय वैद्यकीय प्रकरणे १३. नेत्र तपासणी १४. कुटुंब कल्याण शस्त्रक्रिया १५ लसीकरण, कुटुंबकल्याण सुविधांबाबत समुपदेशन व निरोध वाटप १६. राष्ट्रीय आरोग्य कार्यक्रमांतर्गत आरोग्य सुविधा १७. मोठ्या व छोटया शस्त्रक्रिया १८. एकात्मिक समुपदेशन व उपचार केंद्र, पालकांकडून मुलांकडे संक्रमण प्रतिबंध उपचार केंद्र १९. रक्तपेढी व रक्तघटक विघटन केंद्र २०. फिजिओथेरेपी २१. अतिदक्षता विभाग २२. आहार विभाग २३. दंत विभाग २४. मनोविकृती विभाग २५. जळीत विभाग २६. विशेष नवजात अर्भक काळजी कक्ष २७. शुश्रुषा केंद्र २८. ट्रॉमा केअर युनिट केवळ कागदावरील विभाग नव्हें तर, एक्स रे, सोनोग्राफी, सिटी स्कॅन, एमआरआय, थैलेसीमिया उपचार आणि इतर कित्येक साधनसुविधा तसंच कुशल अकुशल मनुष्यबळ अशा कितीतरी गोष्टी आहेत, ज्यांचा उल्हासनगरातील शासकीय मध्यवर्ती रुग्णालयात अभाव आहे व ज्यांची पूर्तता करण्याकडे शासन पुरेश्या गांभिर्याने पाहताना दिसत नाही.

म्हणूनच, शासनाच्या आरोग्य धोरणानुसार प्राप्त जिल्हा दर्जानुसार सर्व सोयीसुविधा, आवश्यक यंत्रणा, साधनं, मनुष्यबळासहित काळानुरूप अद्ययावत आवश्यक आरोग्यसेवा झालं मिळाल्या पाहिजेत, ही एका ओळीची आग्रही मागणी फाऊंडेशनने केली आहे.

अशी माहिती सिटिझन हेल्थ केअर फाऊंडेशनचे समन्वयक शिवाजी रगडे यांनी दिली.






 



उल्हासनगर:


धर्मविर आनंद दिघे साहेब चौकातील प्रसादन गृह महापालिकेने कोणतीही पुर्व कल्पना न देता रस्ता रुंदीकरणासाठी तोडलं या चौकात पासून लांबलांब पर्यंत प्रसादन गृह नसल्यामुळे व्यपारी व नागरिकांची मोठया प्रमाणात गैरसोय होत होती. काही व्यपारी व नागरिकांनी मनसे पदाधिकाऱ्यांकडे या बाबत तक्रारी केल्यानंतर मनसेच्या वतीने आंदोलनाचा इशारा दिला होता. प्रशासनाने आंदोलनाची दखल घेत लवकरच या ठिकाणी नवीन प्रसादानगृह तयार करण्यात येणार आहे.महापालिकेचे उपअभियंता अश्विनी यांनी मनसे पदाधिकाऱ्यांसह जागेची पाहणी केली व लेखी अश्वासन दिले की लवकरच प्रसाधानगृह नव्याने बांधून देणार यावेळी शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख,मनविसेचे जिल्हा संघटक मनोज शेलार,उपशहर अध्यक्ष शैलेश पांडव,उपविभाग अध्यक्ष गणेश आठवले,महाराष्ट्र सैनिक रवी अहिरे, राज,यांच्यासह इतर पदाधिकारी व कार्यकर्ते उपस्थित होते.




 



कल्याण ग्रामीण:

            काल रात्री १चा सुमारास कल्याण चा दिशेला एक महिंद्रा पिकप मध्ये म्हैस भरून भरधाव वेगाने घेऊन चालला होता. छोट्याशा पिकप मध्ये जवळपास आठ जनावरे डांबून ठेवले होते. त्यामधील एक पारडे पिकपच्या मागील फळक्या मधून बाहेर पडले.आणि ते पारडे वाहन चालक फरफडत घेऊन चालला होता.वरपगावातील स्थानिक रहिवासी प्रल्हाद भोईर, तुषार म्हसकर, साहिल म्हात्रे, जयेश भोईर,वामन भोईर निकेत व्यवहारे आणि त्यांचा इतर साथीधाराने  ते पाहिले असता. त्या वाहन चालकाचा पाठलाग करत गाडी अडवली.आणि म्हारळ पोलिस चौकी मधील मेजर निकेश मांडोळे आणि संजय वाघ साहेब यांना कळविले असता त्यांनी तत्काळ घटनास्थळी धाव घेतली आणि वाहन चालकाचे नाव तोफिक फकीर असून त्याला विचारणा केली असता.जुन्नर वरून कल्याणचा दिशेला तो जात होता.त्याचा कडे कोणत्याच प्रकारचे जनावरांचे खरेदी विक्रीचे बिल नसल्या कारणामुळे.महिंद्रा पिकप वाहन जप्त केले आहे आणि त्या मध्ये ५ म्हैस आणि ३पारडे असुन त्या जनावरांना रायता पांजरापोळ येथे ठेवण्यात आले.आणि वाहन चालक आणि गाडी गोवेली पोलिस स्टेशन येथे जप्तीची कारवाई केली.कलम ५४५/२२ IPC ४२३,६६,१९२ अंतर्गत गुन्हा दाखल केला आहे. ते जनावरे नेमके कसा साठी घेऊन चालले होते याची चौकशी यशवंत निकम साहेब करीत आहेत.टिटवाळा पोलिस स्टेशन अंतर्गत असलेल्या म्हारळ चौकी मधील पोलिसांनी धडक कारवाई केल्याबद्दल त्यांच्यावर कौतिकीचा वर्षाव होत आहे.









उल्हासनगर:

स्वच्छ भारत सर्वेक्षण २०२३ के अंर्तगत उल्हासनगर में जनजागृति करके शहरवासियों में स्वच्छता व सफ़ाई के प्रति जागरूक करने व कई स्कूलों व कॉलेजों के साथ संयुक्त रूप से जुड़ने पर भारत सरकार की तरफ़ से आज़ादी के ७५ वें स्वच्छ अमृत महोत्सव के तहत उल्हासनगर व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश तेजवानी को एक बार फ़िर उल्हासनगर मनपा की तरफ़ से स्वच्छ चेम्पियन घोषित कर प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया 

जगदीश तेजवानी कई सालों से स्वच्छता अभियान मनपा व कई सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं के सहयोग से करते आ रहे हैं उनका पहले भी कई बार सम्मान हो चुका हैं।

जगदीश तेजवानी का कहना हैं हमें उल्हासनगर को स्वच्छ व हराभरा रखने में सदैव तत्पर रहना चाहिए।




 





उल्हासनगर:

         शनिवार दि. ०५.११.२०२२ रोजी लालचक्की चौक, उल्हासनगर -४ या ठिकाणी उल्हासनगर महानगरपालिका आरोग्य विभागाच्या वतीने आरोग्य शिबीर ठेवण्यात आले. सदर शिबिरात रक्त तपासणी, हिमोग्लोबिन तपासणी, बी.पी. शुगर, डायबटिज चेकअप, थायरॉईड टेस्ट असे अनेक चाचणी ठेण्यात आल्या होत्या आणि सोबत ABHA कार्ड देण्यात आले ज्यात अनेक सुविधा महिलांसाठी देण्यात येणार आहेत. सदर शिबिरात जवळपास ११० जणांनी लाभ घेत आरोग्य शिबिराचे कौतुक केले. स्त्री ही कुटुंबाचा कना असते आणि आपले कुटुंब सांभाळत स्वतःच्या आरोग्यस तिचे दुर्लक्ष होते. महिला सुरक्षित तर घर सुरक्षित त्यानुषंगाने खास महिलांसाठी सदर शिबीर लावण्यात आले होते असे मनसे जिल्हा उपाध्यक्ष ॲड. प्रदिप गोडसे यांनी सांगितले.

सदर शिबिर यशस्वी केल्याबद्दल महापालिका आरोग्य विभाग यांचे मनःपूर्वक आभार..! व त्याचप्रमाणे महिलांनी देखील सदर शिबिराचा मोठ्या प्रमाणात लाभ घेतल्याबद्दल त्यांचे देखील आभार प्रदिप गोडसे यांनी व्यक्त केले.












उल्हासनगर:

उल्हासनगर महानगर पालिका शहरातील नागरिकांना मालमत्ता कर भरण्यासाठी वारंवार प्रवृत करते.मालमत्ता कर वेळेवर भरला नाही तर महानगर पालिका नागरिकांकडून २% शास्ती म्हणजे ( व्याज ) वसुल करते.आणि दोन तिन वर्ष जर मालमत्ता कर भरला नाही तर महानगर पालिका व्याजावर पण व्याज घेते.काही वेळेला तर थकबाकी वसुल करण्यासाठी थकबाकी दाराच्या घरा बाहेर ब्यांन्ड बाजा वाजून थकबाकी दाराला अपमानित केलं जात.आणि तरीही मालमत्ता कर भरला नाही तर महापालिका प्रशासनाच्या वतीने मालमत्ता जप्त करण्याची धमकी देण्यात येते.काही मालमत्ता जप्तही केल्या जातात.महपालिका प्रशासन मालमत्ता कराची थकबाकी वसुल करण्यासाठी जर एवढ सर्व करत असेल तर मग शहरातील नागरिकांना चांगले रस्ते,स्वच्छ पाणी,शहरातील स्वच्छता,कचऱ्याची विल्लेवाट लावण्यासह इतर मूलभूत सुविधा पुरवण्याची जबादारी नेमकी कुणाची आहे असा खोचक प्रश्न मनसे शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख यांनी पालिका प्रशासनाला विचारला आहे.

शहरात दरवर्षी प्रमाणे याही वर्षी पावसाळ्यात शहरातील नागरिकांनी जिवघेण्या खड्डयातून या आशेने कसाबसा मार्ग काढत प्रवास केला की कमीतकमी पावसाळा संपल्यानंतर तरी महापालिका प्रशासन आपल्याला चांगले रस्ते देईल परंतु पावसाळा संपून महिना उलटला तरी आज पर्यंत शहरातील रस्ते चांगले झालेले नाहीत हे दुर्दैव आहे.गेल्या २६ वर्षात उल्हासनगर महापालिकेने शहरातील रस्त्यांच्या देखभाल दुरुस्ती साठी २००  कोटी रुपयाच्या वर खर्च केलाय परंतु गेल्या २६ वर्षात शहरातील नागरिकांना चांगले रस्ते व चांगल्या मूलभूत मिळाल्या नाहीत हे अपयश नक्की कुणाचं प्रशासनाच की २५ वर्षे सत्ता भोगणाऱ्या सत्ताधाऱ्यांच असाही प्रश्न बंडू देशमुख यांनी उपस्थित केला.या आयुक्तांच्या कार्यकाळात तरी शहर वशियांना लवकरात लवकर चांगले रस्ते मिळतील अशी अशा होती.परंतु चांगले रस्ते तर सोडा आज शहरातील रस्त्यावर मोठया प्रमाणात धुळीच साम्राज्य पसरले आहे.शहर भर पसरलेल्या धुळीमुळे नागरिकांना श्वसणाच्या त्रासासह इतर आजारांचा सामना करावा लागत आहे.ही धूळ सातत्याने दुकानात जात असल्यामुळे व्यपाऱ्यांचही आरोग्य धोक्यात आलं आहे.धुळी मुळे दुकानातील सामान खराब होत असल्याने व्यापाऱ्यांच मोठया प्रमाणात आर्थिक नुकसानही आहे.प्रशासन मात्र धुतराष्ट्र सारखी डोळ्यावर पट्टी बांधून बसलं आहे अशी प्रतिक्रिया संजय घुगे यांनी दिली.झोपेच सोंग घेणाऱ्या प्रशासनाला जागे करण्यासाठी मनसेच्या वतीने नागरिकांना धुळीच्या बचावा साठी मास,खड्यामुळे होत असलेल्या वेदनांसाठी वेदना नाशक मलम व धुळीने माळलेले कपडे धुण्यासाठी सर्फच प्याकेटच वाटप करत प्रशासनाचा निषेध करण्यात आला यावेळी उपजिल्हा सचिव संजय घुगे,शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख,मनविसेचे जिल्हा संघटक मनोज शेलार,उपसहर अध्यक्ष सचिन बेंडके,अनिल जाधव,मुकेश शेठपलांनी,शैलेश पांडव,सुभाष हटकर,विभाग अध्यक्ष अक्षय धोत्रे,केलास वाघ,योगीराज देशमुख,प्रमोद पालकर,बादशहा शेख,उपविभाग अध्यक्ष देवा तायडे,गणेश आठवले,रवी पाल, विक्की जिप्सन,जाफर शेख,मनविसेचे सचिन चौधरी,विजय पवार,गोरख उदार,रवी अहिरे,सुनील शेलार,शाखा अध्यक्ष प्रकाश कारंडे,धिरज सेठपलांनी,दिलीप थोरात यांच्यासह मनसेचे इतर पदाधिकारी व कार्यकर्ते उपस्थित होते.













 

उल्हासनगर:

     प्रभाग समिती क्रमांक-१ मध्ये सर्वच रस्त्यांची अक्षरशः चाळण झालेली आहे,

       शहाड स्टेशन परिसर,गुलशन नगर,उल्हासनगर-१ बस स्थानक परिसर,सेंच्युरी नाका ते खेमानी मच्छी मार्केट रस्त्यावरील जीवघेणे खड्डे,  

          भोसले हॉस्पिटल ते बिर्ला मंदिर रस्त्यावर तर दररोज दुचाकी वाहने घसरून अपघात होत आहेत,लोकं दुखापतग्रस्त, जायबंदी होत आहेत,

       २३/२६ शाळेची दुरुस्ती, शाळे जवळील एम एम आर डी ए च्या  शौचालयाची दुरुस्ती या सर्व प्रभागातील समस्यांच्या संदर्भात उल्हासनगर महानगर पालिकेच्या पाणी-पुरवठा विभाग आणि सार्वजनिक बांधकाम विभागातील अधिकाऱ्यांकडे वारंवार पाठपुरावा करूनही जन-सामान्यांच्या समस्यांवर कसलाच तोडगा त्यांच्याकडून काढला जात नसल्याने तसेच

       जुन्या,जीर्ण झालेल्या जलवाहिन्या फुटून पाणी रस्त्यावर वाहत असल्याने लाखो लिटर पाणी वाया जात आहे,                   

            तानाजीनगर परिसरात अत्यंत कमी दाबाने पाणी येत असल्याने परिसरातील नागरिक हैराण आहेत,मागील काही महिन्यांपासून परिसरातील महिला वर्ग या त्रासाल सामोरा जातोय.

             चुकीच्या,बोगस,निकृष्ट दर्जाच्या कामांची पाठराखण अधिकाऱ्यांकडून केली जाते, परंतु जनसामान्यांसाठी अति-आवश्यक असलेल्या कामांना प्राधान्य दिले जात नसल्याने, जनसामान्य आणि गोर-गरीब जनतेच्या मूलभूत गरजा,त्यांच्या समस्यांवर उल्हासनगर महानगर पालिकेच्या संबंधित विभागाने तात्काळ तोडगा काढावा यासाठी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेच्या वतीने शहर संघटक मैनुद्दीन शेख यांच्या नेतृत्वाखाली मनसेचे पदाधिकारी आणि परिसरातील त्रस्त नागरिकांचे तानाजीनगर,एम आय डी सी रोड,उल्हासनगर-१ याठिकाणी आज मंगळवार,दिनांक ०१/११/२०२२ रोजी सकाळी ११ वा. पासून एक दिवसीय धरणे आंदोलनाला सुरुवात झाली,मनसेच्या शहरातील सर्वच मनसेच्या वरिष्ठ पदाधिकाऱ्यांनी आणि प्रभागातील नागरिकांनी या धरणे आंदोलनात सहभाग नोंदवला.

   प्रभागातील जन-सामान्यांना मिळत नसलेल्या मूलभूत सुविधा आणि मनसेच्या न्याय्य मागण्या या सर्वांची उल्हासनगर महानगर पालिकेच्या संबंधीत विभागांच्या अधिकाऱ्यांनी दखल घेऊन लवकरात लवकर या समस्या दूर केल्या जाणार असल्याचे लेखी आश्वासन दिल्या नंतर धरणे आंदोलन मागे घेण्यात आले.

               या धरणे आंदोलनाला महाराष्ट्र नवनिर्माण माथाडी कामगार सेनेचे महाराष्ट्र सर-चिटणीस श्री राजनजी शितोळे साहेब,संयुक्त सर-चिटणीस सागर चाळसे, मनसेचे जिल्हा अध्यक्ष सचिन कदम,जिल्हा सचिव संजय घुगे,उप-जिल्हा अध्यक्ष प्रदीप गोडसे,शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख, विध्यार्थी सेनेचे शहर अध्यक्ष वैभव कुलकर्णी,कल्पेश माने, वाहतूक सेनेचे काळू थोरात,राहुल वाकेकर,महेश साबळे,विभाग अध्यक्ष कैलास वाघ,प्रमोद पालकर आणि मनसेचे ईतर पदाधिकारी आणि कार्यकर्ते तसेच परिसरातील महिला,पुरुष या धरणे आंदोलनाला उपस्थित होते.





 




      

उल्हासनगर:

           मा.मुख्यमंत्र्यांनी राज्यातील सर्व महानगर पालिकांची बैठक घेऊन त्या बैठकीत विविध महापालिकांना शहर विकासाच्या दृष्टीने संकल्पना विचारली असता उल्हासनगर महापालिकेने शहरातील ड्रेनेज लाईन साफ करण्यासाठी रोबोटचा वापर करण्याची संकल्पना मांडली व ही संकल्पना मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री यांना आवडल्याने त्यांनी उल्हासनगर महापालिकेचे आयुक्त व पाणी पुरवठा विभागाच्या अधिकाऱ्यांचे कौतुक करत त्यांच्या पाठीवर कौतुकाची थाप दिली.भविष्यात उल्हासनगर महापालिका ड्रेनेज सफाईसाठी रोबोटचा वापर करणारी पहिलीच महानगर पालिका असेल.26 वर्षात पहिल्यांदाच महापालिकेच कौतुक झाल्यामुळे महाराष्ट्र नवनिर्माण महानगर पालिका कामगार सेनेच्या वतीने मा,आयुक्त अझीझ शेख,अतिरिक्त आयुक्त जमीर लेंगरेकर,करुणा जुईकर,पाणी पुरवठा विभागाचे प्रभारी कार्यकारी अभियंता वानखेडे यांचा सत्कार करण्यात आला.या कार्यक्रमाच आयोजन कामगार नेते दिलीप थोरात यांनी केले होते.यावेळी जिल्हा अध्यक्ष सचिन कदम,जिल्हा सचिव संजय घुगे,शहर अध्यक्ष बंडू देशमुख,शहर सचिव शालिग्राम सोनावणे,उपशहर अध्यक्ष सचिन बेंडके,मुकेश सेठपालानी,शहर संघटक मैनुद्दीन शेख यांच्यासह इतर पदाधिकारी व कामगार मोठया संख्येने उपस्थित होते.








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