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कल्याण:

कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के स्कूलों में आज से आधारभूत परीक्षा का शुभारंभ हुआ है। महापालिका आयुक्त अभिनव गोयल ने स्वयं परीक्षा स्थल का निरीक्षण कर प्रक्रिया का जायजा लिया।

आयुक्त के निर्देशानुसार, शिक्षा विभाग ने स्कूलों में आवश्यक सामग्री जैसे किताबें, वर्दी, जूते, डिफ़्टरे आदि समय पर वितरित करने की व्यवस्था की है। साथ ही, विद्यार्थियों का बौद्धिक स्तर बढ़ाने हेतु इन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है।

प्रत्येक स्कूल में पालक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो स्वयं जाकर परीक्षा प्रक्रिया का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने ऊर्दू और मराठी स्कूलों का निरीक्षण कर विद्यार्थियों को पढ़ाते भी देखा।

आगामी दिनों में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।

छात्रों की शैक्षणिक प्रगति का आकलन करने के लिए माहवार आधारभूत परीक्षाएं ली जाएंगी। इस अभिनव पहल का शिक्षकों ने भी स्वागत किया है।

यह कदम विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने और उनके बौद्धिक स्तर को उन्नत करने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो भविष्य में विद्यालयों के प्रदर्शन में सुधार लाने में मदद करेगा।






 



कल्याण: 

कल्याण कृषी उत्पन्न बाजार समिती के चुनाव परिणामों ने सभी को हैरान कर दिया है। रविवार को हुई मतगणना के दौरान महायुती शेतकरी सहकारी विकास पॅनल ने 16 में से सभी 16 सीटें जीतकर अपना वर्चस्व कायम किया है। इस जीत के साथ ही महायुती ने बाजार समिति पर अपना दबदबा कायम करते हुए जल्लोष का माहौल बना दिया है।

महायुती का परचम लहराया। बाजार समिति के 18 पद रिक्त होने के कारण चुनाव कराए गए थे, जिनमें से एक पद शंकरराव आव्हाड बिनविरोध चुने गए। बाकी 17 पदों के लिए कुल 51 उम्मीदवार मैदान में थे। मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर दोपहर चार बजे तक चला। मतगणना के बाद महायुती के उम्मीदवारों ने शानदार जीत हासिल की। 16 सीटें जीतने के साथ ही महायुती ने अपने वर्चस्व को फिर से स्थापित किया है।

चुनाव के प्रचार में भारी उच्छास देखा गया। बैनरों और पोस्टरों की भरमार के बीच, उम्मीदवार मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने में लगे थे। मतदाताओं का उत्साह भी देखने लायक था, जो मतदान केंद्र पर बड़ी संख्या में पहुंचे।

महायुती के शेतकरी सहकारी विकास पॅनल के उम्मीदवारों ने खास तौर पर बाजी मारी है। खासकर, आमदार किसन कथोरे का गहरा प्रभाव रहा है, जिन्होंने अपने मजबूत संपर्क और दबदबे के कारण कई सीटें जीती हैं। इस जीत में महायुती के नेताओं ने मिलकर शानदार रणनीति बनाई थी।

कृषी पत व बहुद्देशीय सहकारी संस्था मतदार संघ: 11 सीटें (सभी निर्विवाद विजय)

ग्रामपंचायत मतदार संघ: 4 सीटें (3 जीतीं)

व्यापारी मतदार संघ: 2 सीटें (1 जीती)

हमाल माथाडी मतदार संघ: 1 सीट (जीती)

बाकी दो सीटें ठाकरे गट और स्वतंत्र उम्मीदवारों ने जीती हैं। कुल मिलाकर, महायुती ने 16 में से 16 सीटें जीतकर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।







 



उल्हासनगर:

कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका देते हुए पूर्व उपमहापौर जया साधवानी ने शिवसेना में प्रवेश कर लिया है। साधवानी ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में सोमवार को मुक्ता गिरि में आयोजित कार्यक्रम में शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की।

साधवानी इससे पहले कांग्रेस की महिला उपाध्यक्ष और नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विजयी हुई थीं। उन्होंने 2003 में उपमहापौर का पद भी संभाला था। हालांकि, पार्टी में आंतरिक गटबाजी और कमजोर नेतृत्व के कारण उन्होंने हाल ही में कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया।

शिवसेना के प्रदेश प्रवक्ता किरण सोनवणे ने बताया कि साधवानी के साथ-साथ कई अन्य कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी शिवसेना में शामिल हो रहे हैं, जो कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।

शिवसेना में शामिल होने के बाद जया साधवानी ने कहा, "मैं एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करने के लिए उत्साहित हूं और उल्हासनगर के विकास के लिए पूरी मेहनत से काम करूंगी।"

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा,
"माननीय उपमुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे जी की उपस्थिति और आशीर्वाद से, मैं, जया साधवानी (प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष एवं पूर्व उपमहापौर, उल्हासनगर), मोहन साधवानी (उल्हासनगर कांग्रेस के उपाध्यक्ष) और हमारे कई समर्पित समर्थकों के साथ, आज शिवसेना में शामिल हुई हूं।"
"महानगर प्रमुख श्री राजेंद्र चौधरी जी और श्री मनोज शिंदे जी के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभारी हूं। मैं समाज की भलाई के लिए नई ऊर्जा और प्रतिबद्धता के साथ काम करने की आशा करती हूं।"





 

उल्हासनगर: 

महाराष्ट्र में सरकार के हिंदी को अनिवार्य बनाने के फैसले का विरोध दोनों नगरों में तीव्र रूप से देखने को मिला है। उल्हासनगर और कल्याण में आज दोनों दलों — शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गट) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) — ने संयुक्त रूप से सरकार के इस फैसले का विरोध किया।

उल्हासनगर में, शिवसेना और मनसे के कार्यकर्ताओं ने शिवसेना मध्यवर्ती शाखा के बाहर सरकार के आदेश का पुतला दहन किया और जोरदार नारेबाजी की। नेताओं ने कहा कि स्थानीय भाषाओं का सम्मान जरूरी है, लेकिन बिना सहमति के हिंदी थोपना स्वीकार नहीं। इस प्रदर्शन में जिल्हा अध्यक्ष धनंजय बोड़ारे, शहर प्रमुख कुलविंदर सिंह बैस, उपशहर प्रमुख दिलीप मिश्रा, मनसे उल्हासनगर शहर अध्यक्ष संजय घुगे,मनसे के जिल्हा अध्यक्ष सचिन कदम, बंदू देशमुख, एडवोकेट प्रदीप गोडसे जैसे नेता शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया, तो यह आंदोलन पूरे राज्य में फैल सकता है।

वहीं, कल्याण में, शिवसेना और मनसे के कार्यकर्ताओं ने छत्रपती शिवाजी महाराज चौक पर परिपत्रक जलाकर होळी मनाई। इस प्रदर्शन में शिवसेना उपनेता बंड्या उर्फ विजय साळवी और मनसे के प्रकाश भोईर ने हिस्सा लिया। दोनों दलों ने अपने क्षेत्र में हिंदी का सम्मान करने का संदेश दिया, लेकिन सरकार के निर्णय का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब तक बिना सहमति के सक्ती नहीं रुकेगी, तब तक विरोध जारी रहेगा।

इन दोनों प्रदर्शनों का मुख्य उद्देश्य था यह जताना कि स्थानीय भाषाओं का आदर जरूरी है और हिंदी थोपने का कोई भी निर्णय मंजूर नहीं। दोनों दलों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेती, तो यह आंदोलन और बड़ा और उग्र रूप ले सकता है। इसके साथ ही, दोनों दलों ने 5 जुलाई को होने वाले बड़े आंदोलन की तैयारी भी पूरी कर ली है।

संपूर्ण महाराष्ट्र में इस मुद्दे को लेकर व्यापक असंतोष और विरोध की लहर दौड़ रही है, जो सरकार के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए दबाव बना रहा है।






 


उल्हासनगर :

सोशल एक्शन फोर लिटरसी एंड हेल्थ  सलंग्न  गृहकार्य सेवा श्रमिक संघटना महाराष्ट्र और महाराष्ट्र राज्य घरेलू कामगार समन्वय समिति महाराष्ट्र द्वारा आज उल्हासनगर के रोटरी मिड टाऊन हॉल में अंतरराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में आमदार कुमार आयलानी, भाजपा जिल्हाध्यक्ष राजेश वधर्या, मंगला चांडा, नेता जमनु पुरसवानी ,भाजपा युवा नेता रोशन  पुरसवानी, महाराष्ट्र अध्यक्ष दामोदर गायकवाड सहित कई मान्यवर उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में घरेलू कामगार महिलाएं भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।

महाराष्ट्र राज्य घरेलू कामगार समन्वय समिति द्वारा 16 जून से 30 जून, 2025 तक पंद्रह दिवसीय जागरूकता और सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान घरेलू कामगारों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार, घरेलू कामगारों के लिए आवश्यक कामगार कानून तुरंत लागू करने की मांग भी इस कार्यक्रम की प्रमुख बातें रहीं।

— घरेलू कामगारों का सम्मान और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता

— घरेलू कामगार कानून का जल्द से जल्द लागू किया जाना आवश्यक

— पंद्रह दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य घरेलू कामगारों का सम्मान और उनके अधिकारों की रक्षा






 


कल्याण:

राष्ट्रीय विद्युत सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर कल्याण डोंबिवली महापालिका के विद्युत विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण चर्चा-सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें विद्युत वस्तुओं के बढ़ते उपयोग के कारण नागरिकों और कर्मचरियों को आवश्यक सावधानियों के बारे में जागरूक किया गया।

कल्याण डोंबिवली महापालिका के कार्यकारी अभियंता प्रशांत भागवत ने आचार्य अत्रे रंगमंदिर के कन्फ्रेंस हॉल में आयोजित इस चर्चा-सत्र का उद्घाटन किया। इस दौरान ठाणे, भिवंडी, उल्हासनगर नगरपालिकाओं के विद्युत अभियंता, कर्मचारी और कंत्राटदार भी उपस्थित थे।

अधिकारियों ने कहा कि आज के समय में इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग बहुत अधिक हो गया है, लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा का ध्यान भी रखना बहुत जरूरी है। छोटी गलतियों से बड़ी दुर्घटनाएँ हो सकती हैं, इसलिए विद्युत कर्मियों और नागरिकों दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

वर्तमान में घर के अंदर वायरिंग की अनदेखी पर भी चर्चा हुई। इसके अलावा, विद्युत वाहिनियों की मरम्मत और काम के दौरान शॉक से बचाव के उपाय भी बताए गए।

* — वीज़ मीटर फेजिंग और मुख्य वायरिंग

* — घर से मीटर तक वायरिंग की देखभाल

* — उपकरणों का सही उपयोग और शॉर्ट सर्किट से बचाव

* — फायर फाइटर, आरसीसीबी उपकरण, एफआरएलएसएच केबल का महत्त्व

_&*—अर्थिंग और इमारतों में सुरक्षित विद्युत व्यवस्था

महाराष्ट्र शासन के विद्युत निरीक्षक आर. आर. यादव, सहनिरीक्षक भूषण मानकामे और अन्य विशेषज्ञों ने इन विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही, भारत सरकार द्वारा लागू किए गए नवीन इलेक्ट्रिकल एक्ट और उसकी आवश्यक प्रावधानों की भी जानकारी दी गई।

इस कार्यक्रम में महापालिका के लेखापरीक्षक लक्ष्मण पाटील, शिक्षण विभाग के उपआयुक्त संजय जाधव, राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के पूर्व निदेशक टी. शंकर नारायण, विद्युत निरीक्षक आर. आर. यादव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।


 



उल्हासनगर:

पोलिस उपायुक्त सचिन गोरे के आदेश अनुसार उल्हासनगर के विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में जागतिक मादक पदार्थ विरोधी दिन के सप्ताह के दौरान एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन एनसीटी कॉन्वेंट स्कूल, उल्हासनगर 4 में किया गया, जिसमें बच्चों और युवाओं को नशे के दुष्परिणामों, साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा के विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया।

कार्यक्रम के दौरान सपोनि श्री सचिन गवळी और साईश क्लासेस के श्री मनोहर बाविस्कर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से पीपीटी प्रस्तुत करके जागरूकता संदेश दिया। इसके साथ ही, मादक पदार्थों (ड्रग्स) के विरोध में सामूहिक शपथ भी दिलाई गई।

कार्यक्रम में एनसीटी कॉन्वेंट की मुख्याध्यापिका, पांच शिक्षक और लगभग 90 से 100 विद्यार्थी उपस्थित थे। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं में जागरूकता फैलाना और नशे से बचाव हेतु प्रेरित करना था।






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