उल्हासनगर:
उल्हासनगर महानगरपालिका के स्थायी समिति सभागृह में आज दोपहर 12 बजे महापालिका के प्रशासक एवं आयुक्त सौ. मनीषा आव्हाले के मार्गदर्शन में मानसून पूर्व एवं चक्रवात की संभावना को ध्यान में रखते हुए एक सामूहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में प्रमुख विषयों पर हुई चर्चा:
— आपत्ती नियंत्रण प्रबंधन केंद्र की स्थापना
— पालिका क्षेत्र में सफाई कार्य की प्रगति
— घनकचरा प्रबंधन
— जलापूर्ति एवं सार्वजनिक स्वच्छता, वर्षा निवारण योजनाएँ
— खतरनाक इमारतें एवं ढहती हुई इमारतों के लिए उपाय
— महामारी नियंत्रण (प्रतिबंधात्मक औषधि एवं फवारणी)
— सड़कों और सड़कें मरम्मत
— आपदा के समय तात्कालिक राहत की व्यवस्था
— आपातकालीन कार्यप्रणाली (SOP) का निर्धारण, आपदा प्रबंधन योजना तैयार करना
— खोज व बचाव सामग्री की योजना
— दरड़, खतरनाक पुल एवं जनसंख्या वाले क्षेत्रों की पूर्व समीक्षा एवं उपाय
— अत्यधिक खतरनाक पेड़ एवं चक्रवात के संभावित खतरों का सामना करने की तैयारियाँ
— नागरिकों की सुरक्षा हेतु आवश्यक उपाय और आपातकालीन सहायता
इस बैठक में अतिरिक्त आयुक्त डॉ. किशोर गवस, उपायुक्त डॉ. दीपाली चौगुले, डॉ. विजय खेडकर, श्री अनंत जवादबार, जनसंपर्क अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी श्री यशबंत, कार्यकारी अभियंता श्री हनुमंत खरात, मुख्य बाजार निरीक्षक श्री विनोद केणे, अग्निशमन अधिकारी श्री सुरेश बोबें, नायब तहसीलदार श्री प्रशांत कुमावत, पुलिस निरीक्षक शंकर वामन आबटाडे, सहायक निरीक्षक श्री सचिन बापू, एमएसईबी के अधिकारी श्री एस. आर. दहाड़े आदि उपस्थित थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य मानसून और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों का जायजा लेना और नागरिकों को जागरूक करने के साथ-साथ आवश्यक संसाधनों एवं योजनाओं का निर्धारण करना रहा। महापालिका ने नागरिकों से भी सहयोग की अपील की है।
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