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उल्हासनगर: 

उल्लेखनीय है कि 20 जून 2025 को उल्हासनगर महानगरपालिका के सभागृह में ट्रैफिक वार्डन और वाहतूक विभाग के 45 कर्मचारियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य वाहतूक समस्याओं का समाधान ढूंढना और सड़क जाम को कम करना था, जिसमें महापालिका के उच्च अधिकारियों और विभागीय कर्मचारियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य वाहतूक नियमों का कड़ाई से पालन कराना, यातायात जाम से निपटना, और नागरिकों को जागरूक करना था। इसके तहत मानक कार्यप्रणाली (SOP) तैयार की गई, जिसमें दृश्यमान संकेतक, नो-पार्किंग क्षेत्र चिन्हित करना, फूटपाथ की मरम्मत, आपातकालीन मार्ग सुनिश्चित करना, अवैध पार्किंग पर कार्रवाई, एवं वाहन हटाने की प्रक्रिया शामिल है।

प्रशिक्षण में दिए गए निर्देशों में वाहनों की फोटो खींचना, नोटिस जारी करना, अवैध पार्किंग पर दंडात्मक कार्रवाई, और यातायात बाधित क्षेत्रों में स्थिति का निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाना प्रमुख था। साथ ही, वाहनों की अवैध पार्किंग व ट्रैफिक अवरोधों के खिलाफ पुलिस व संबंधित विभागों के साथ समन्वय के निर्देश दिए गए।

आयुक्त (परिवहन) श्री अजय साबले ने ट्रैफिक वार्डन एवं कर्मचारियों से वाहतूक जाम की समस्या, कारण और समाधान पर चर्चा की। उन्होंने GPS का उपयोग, फोटो रिकॉर्डिंग, हाजिरी व्यवस्था, और सड़क की स्थिति का निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया।

उप-आयुक्त (परिवहन) श्रीमती स्नेहा करपे ने अवैध पार्किंग, महापालिका की पार्किंग स्थलों का सर्वेक्षण, और ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में नियमित गश्त करने पर जोर दिया। उन्होंने शहाड स्टेशन, बिर्ला गेट, और अन्य प्रमुख स्थानों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

प्रशिक्षण में शामिल अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में महापालिका सुरक्षा अधिकारी, बस आगार प्रबंधक, विधि विभाग प्रमुख, और ट्रैफिक वार्डन भी उपस्थित थे।

मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक जाम को नियंत्रित करना, यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना, और नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। इसके माध्यम से शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।






 


उल्हासनगर: 

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के संयुक्त प्रयासों से, महाराष्ट्र के समग्र शिक्षा विभाग में कार्यरत २९८४ दिव्यांग विद्यार्थीयों के लिए कार्यरत कर्मचारियों और शिक्षकों को स्थायी नौकरी का अधिकार मिला है।

इस फैसले के तहत, २१ वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद उल्हासनगर महानगरपालिका में मनपा समन्वयक पद पर स्थायी नियुक्ति पाने वाली संगीता लहाने-काळे ने अपने भाई प्रशांत लहाने को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “यह न्याय मेरे भाई के बलिदान का फल है। मुझे पूरा विश्वास है कि उन्होंने यह निर्णय देखकर शांति महसूस की होगी।”

यह निर्णय दिव्यांग विद्यार्थीयों के लिए कार्यरत कर्मचारियों और शिक्षकों के जीवन में स्थिरता और सम्मान लाने वाला कदम है, जो वर्षों से अनिश्चितता का सामना कर रहे थे। संगीता ने सरकार का आभार व्यक्त कर कहा, “यह महाराष्ट्र के दिव्यांग समुदाय के लिए नई सुबह का संकेत है।”






 



उल्हासनगर: 

परिमंडल 4 के उल्हासनगर क्षेत्र में लंबित अपराध मामलों को कम करने के उद्देश्य से 4 जून से 15 जून 2025 तक "गुन्हे निर्गती विशेष अभियान -1.0" चलाया गया। इस अभियान में प्रत्येक पुलिस स्टेशन पर निर्यात टीम का गठन किया गया, जिसमें कुल 1201 अपराधों की निर्यात की गई।

अंबरनाथ पुलिस स्टेशन ने सर्वाधिक अपराध निर्यात कर पहली स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारियों को रोटरी क्लब मिडटावून हॉल में सम्मानित किया गया, जहां उन्हें प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार दिए गए। महिला पुलिस कर्मचारी भाग्यश्री तुक्कावा दशरथ को 170 अपराध निर्यात करने के लिए विशेष सम्मान मिला।

कार्यक्रम सुबह 12:45 बजे शुरू होकर दोपहर 2:05 बजे समाप्त हुआ। इस दौरान सभी पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी, निरीक्षक और कर्मचारी उपस्थित थे। इस अभियान ने अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।













कल्याण:

कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्कूल क्रमांक 82 की नई इमारत का भूमिपूजन समारोह संपन्न हुआ, जिसमें माननीय आमदार रविंद्र चव्हाण ने शुभहस्ते हिस्सा लिया।

यह कार्यक्रम डोंबिवली पूर्व में ब्राह्मणसभा हॉल के पीछे स्थित स्कूल की नई इमारत के लिए आयोजित किया गया था। इस दौरान महापालिका के पूर्व अधिकारी, अतिरिक्त आयुक्त हर्षल गायकवाड, शहर अभियंता अनिता परदेशी, उप आयुक्त प्रसाद बोरकर, शिक्षण विभाग के कार्यकारी अभियंता योगेंद्र राठोड, शिक्षण अधिकारी विजय सरकटे सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे।

नई स्कूल इमारत तळ से लेकर तीन मंजिला होगी, जिसमें कुल 13 कक्षा कक्ष, एक ऑडिटोरियम, प्रिन्सिपल रूम, अडमिनिस्ट्रेशन रूम जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी। इस परियोजना के लिए कुल 494.94 लाख रुपये का बजट तय किया गया है, जिसमें से 116.70 लाख रुपये शासन निधि से और 378.24 लाख रुपये महापालिका निधि से वहन किए जाएंगे। अनुमानित है कि करीब एक साल के अंदर इस नई इमारत का निर्माण पूरा हो जाएगा।

इस नई शैक्षणिक इमारत से आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, बेहतर आधारभूत संरचना और सुरक्षित शैक्षणिक माहौल मिलेगा। महापालिका के शिक्षण विभाग की पहल पर यह कदम विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। पालक, नागरिक एवं समाज के विभिन्न वर्गों ने इस पहल का स्वागत किया है।


 

उल्हासनगर:

मानेरे गांव के माँ काली प्री प्राइमरी स्कूल में आज छात्राओं का प्रवेश उत्सव बड़े ही उल्लास एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर बच्चों का स्वागत कर उनका सत्कार किया गया।

स्कूल में गौमाता का आगमन हुआ, जिसने पूरे परिसर में खुशियों का माहौल बना दिया। गौमाता की पूजा और माँ काली की पूजा बड़े ही स्नेह एवं श्रद्धा के साथ की गई।


इस आयोजन में माँ काली चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री शिव प्रताप सिंह, श्री अशोक भंडारी, श्री मारुति लाड, श्रीमती कविता भोईर, हेड मास्टर श्रीमती कविता शिंदे, श्रीमती ताराबाई जोशी, रेशमा केतपाल, शिक्षिका भावना कांबले, शिवानी सिंह, निधि वर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों का योगदान रहा।


यह उत्सव स्कूल समुदाय के लिए अत्यंत ही उत्साहवर्धक एवं प्रेरणादायक रहा, जिससे बच्चों में शिक्षा के प्रति नए उत्साह का संचार हुआ।






 


उल्हासनगर: 

उल्हासनगर महानगरपालिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसका नाम है "अतिसार पर करें मात, स्वच्छता और ORS के साथ"। यह अभियान १६ जून से ३१ जुलाई २०२५ तक चलेगा।

मुख्य विशेषताएँ:

— इस अवधि में 0 से 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होने वाले अतिसार को रोकने के लिए ORS पावडर पैकेट वितरित किए जाएंगे।

— आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को झिक (ORS) की नजदीकी केंद्रों पर जानकारी और वितरण किया जाएगा।

— अंगणबाड़ी केंद्रों पर ORS बनाने का प्रात्यक्षिक और हाथ धोने के सही तरीके भी सिखाए जाएंगे।

— अभियानों के दौरान, स्वास्थ्य केंद्रों में 25 कोर्नर स्थापित किए जाएंगे, जहां जलशोषित रोगियों का त्वरित उपचार किया जाएगा।

— नागरिकों से आग्रह किया गया है कि यदि उन्हें अतिसार (डायरिया) की कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत उल्हासनगर महानगरपालिका के स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

— व्यक्तिगत और आस-पास की स्वच्छता के अभाव में ही अतिसार  (डायरिया) का संक्रमण फैलता है।

— शौचालय का उपयोग, स्वच्छ भोजन और पीने का पानी, हाथ धोने की उचित आदतें और साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है।

— ORS का सही मात्रा में सेवन, जिससे शरीर में जल और क्षार की कमी पूरी होती है।

— ज़िंक की गोलियां 14 दिनों तक देने से अतिसार जल्दी ठीक होता है और पुनरावृत्ति कम होती है।

— बाढ़ जैसी स्थिति में स्तनपान जारी रखें, हल्का आहार दें और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

— किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

— अतिसार (डायरिया) से बचाव के लिए व्यक्तिगत व परिसर स्वच्छता अत्यंत महत्वपूर्ण है।

— घर और आसपास का साफ-सफाई बनाए रखें और जल स्रोतों का संरक्षण करें।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह अभियान लोगों में जागरूकता फैलाने और अतिसार से होने वाली जटिलताओं से बचाव के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।







 


उल्हासनगर :

सिमरन सेवा प्रतिष्ठान NGO द्वारा 'मिशन 2047' के तहत 'हामारा संकल्प विकास भारत' के उद्देश्य से 25 जागरूकता परियोजनाओं में से एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का आयोजन किया गया। इस प्रोजेक्ट का नाम है — "हैप्पी स्टूडेंट्स डेली अटेंडेंस"।

यह आयोजन साईं लख जीवन गौशाला, उल्हासनगर 5 में किया गया, जिसमें बच्चों को स्कूल स्टेशनरी किट, स्कूल बैग, छाता, नोटबुक, रजिस्टर, लंच बॉक्स, पानी की बोतल, पेन, पेंसिल, रबर, शार्पनर आदि का वितरण किया गया।

इस कार्यक्रम के आयोजन में समाज सेवक श्री राजू वाळंज और उनकी पूरी टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। साथ ही उल्हासनगर के पूर्व महापौर श्री राजेंद्र चौधरी ने हौसला बढ़ाया।

कार्यक्रम में महिलाओं को "महिला सशक्तिकरण" का मार्गदर्शन भी दिया गया। साथ ही, चौधरी साहब के शुभ हाथों से "लड़ली बहना तेरा साथ लकी ड्रॉ योजना" का शुभारंभ किया गया।

श्री राजू वाळंज को "25 जागरूकता परियोजनाओं (सीडीपी प्लान, उल्हासनगर -5)" के अध्यक्ष पद का पत्र देकर जिम्मेदारी सौंपी गई।

कार्यक्रम में अनेक प्रतिष्ठित व्यक्तियों जैसे हरेश भाटिया, कुलदीप आयलसिंघानी, जय शर्मा, रामप्रवेश यादव, कमलेश सेवा ग्रुप, दिलीप पुरुस्वानी, गुलशन हरिसिंघानी, मुन्नी धुरिया, शिवानी सिंह, सुनीता दिनेश, गौशाला के डॉक्टर और अध्यक्ष श्री गोकुल जी, दर्पण न्यूज के संपादक कैलाश मटई, पीवीएफ फिल्म के विजय प्रिंस, गांधी रोड पंचायत टीम, मां दुर्गा संगीत संस्था के जितू खन्ना और टीम, राज कालरा, सतीश कुक्रेजा, श्री गणपत पांसेरे और टीम, जनहित महाराष्ट्र न्यूज के संपादक हरि अलहट आदि अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने अपना योगदान दिया।

सभी सहभागियों का सिमरन सेवा प्रतिष्ठान NGO के अध्यक्ष राजकुमार शर्मा दिल से धन्यवाद एवं आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस परियोजना को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।






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