उल्हासनगर:
स्वामी शांतिप्रकाश आश्रम रोड, उल्हासनगर-5 स्थित 444 धागेवाले के सामने सड़क पर बना खुला चैंबर नागरिकों के लिए जानलेवा खतरा बन गया है। पिछले कई दिनों से यह चैंबर बिना ढक्कन के खुला पड़ा है, जिसके कारण प्रतिदिन हादसे हो रहे हैं और कई लोग घायल हो चुके हैं। यह इलाका व्यस्त चौक और औद्योगिक क्षेत्र होने से यहाँ दिनभर भारी वाहनों की आवाजाही रहती है। टेम्पो, जीप, ऑटो, ट्रक और दोपहिया वाहनों के बीच यह खुला चैंबर किसी भी समय बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि कई बार संबंधित अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद मनपा प्रशासन ने इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। प्रशासन की इस लापरवाही के विरोध में समाजसेवक राधाकृष्ण साठे ने एक अनोखा कदम उठाया—उन्होंने खुली नाली के उस गड्ढे में स्वयं उतरकर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया और तुरंत कार्रवाई की मांग की।उन्होंने कहा कि जब तक यह चैंबर बंद नहीं किया जाता, हादसे रुकना मुश्किल है। वहीं नागरिकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए पूछा, “क्या शहर का विकास कभी होगा या प्रशासन की लापरवाही ऐसे ही जारी रहेगी?”स्थानीय लोगों ने मनपा से मांग की है कि इस ‘खूनी गड्ढे’ को तुरंत भरकर सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में कोई और व्यक्ति इसकी लापरवाही का शिकार न बने।

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