उल्हासनगर:
सहायक संचालक स्वास्थ्य सेवा (कुष्ठरोग) ठाणे डॉ. मनीष रेंघे के मार्गदर्शन में उल्हासनगर महानगर पालिका क्षेत्र में 17 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 तक कुष्ठरोग खोज एवं उपचार अभियान (LCDC) चलाया जा रहा है। अभियान में 2 लाख 6 हजार 600 नागरिकों की जांच की जाएगी। इसके लिए 98 टीमों का गठन किया गया है, जिनमें एक-एक आशा कार्यकर्ता और पुरुष स्वयंसेवक शामिल हैं, साथ ही 20 पर्यवेक्षक निगरानी रखेंगे। मनपा के अधिकारियों की उपस्थित में स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि कुष्ठरोग पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है और इसके लिए एमडीटी (बहुविध औषध उपचार) प्रभावी है। जनसामान्य से अपील की गई है कि यदि शरीर पर बिना दर्द या खुजली के दाग दिखे, तो तुरंत स्वयंसेवक से जांच कराएं। शासन का लक्ष्य वर्ष 2027 तक कुष्ठरोग की श्रृंखला तोड़ना है। अभियान के यशस्वी संचालन के लिए ठाणे जिलास्तर से डॉ. मनीष रेंघे, उल्हासनगर के पर्यवेक्षकीय चिकित्सक डॉ. नाईक तथा कुष्ठरोग तकनीशियन महेंद्र वाव्हळ ने कर्मचारियों व स्वयंसेवकों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया।

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