कल्याण:
कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका आयुक्त अभिनव गोयल ने कहा कि "स्मार्ट सिटी केवल तकनीक या बुनियादी ढांचे से नहीं बनती, बल्कि जब नागरिक स्वयं स्मार्ट होंगे तभी शहर को वास्तव में स्मार्ट कहा जा सकता है। यदि शहर शाश्वत और सुरक्षित नहीं होगा, तो उसकी प्रगति संभव नहीं है।"कल्याण पश्चिम स्थित मोहन अल्टीज़ा हाउसिंग सोसायटी में पहली बार ‘शाश्वत-सुरक्षित इमारत’ विषय पर नगरपालिके द्वारा आयोजित चर्चासत्र में वे बोल रहे थे। अतिरिक्त शहर अभियंता (विद्युत-यांत्रिकी) प्रशांत भागवत की पहल पर हुए इस आयोजन में शहर की विभिन्न सोसायटियों के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
जल प्रबंधन, सौर ऊर्जा, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जल पुन: उपयोग वृक्षारोपण, विद्युत सुरक्षा, ठोस कचरा प्रबंधन अग्नि सुरक्षा और सुरक्षित शहरी वातावरण। आयुक्त गोयल ने स्पष्ट किया कि इन विषयों पर प्रभावी रूप से काम करने वाली सोसायटियों को नगरपालिके की ओर से मान्यता व प्रोत्साहन दिया जाएगा। वहीं नियमों की अनदेखी करने वालों को पहले समजाईश दी जाएगी और भविष्य में उन पर आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, "नागरिकों की छोटी-छोटी आदतों से भी शहर में बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है। हमारा प्रयास है कि यह पहल प्रत्येक सोसायटी तक पहुंचे। "इस अवसर पर आयुक्त ने मोहन अल्टीज़ा सोसायटी के सौर ऊर्जा प्रकल्प, ठोस कचरा प्रबंधन व सांड पानी प्रक्रिया केंद्र का निरीक्षण कर संतोष व्यक्त किया। उपस्थित मान्यवर चर्चासत्र में उपआयुक्त संजय जाधव, प्रसाद बोरकर, अतिरिक्त शहर अभियंता प्रशांत भागवत, स्वच्छता ब्रांड एंबेसेडर डॉ. प्रशांत पाटील, कार्यकारी अभियंता घनश्याम नवांगुळ, अशोक घोडे, शैलेश मळेकर, जितेंद्र शिंदे, सहायक आयुक्त प्रीति गाडे, धनंजय थोरात, मुख्य अग्निशमन अधिकारी नामदेव चौधरी सहित सोसायटी अध्यक्ष संजय शहा, सचिव मुकेश उत्तमानी और अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
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