उल्हासनगर:
उल्हासनगर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से जान से मारने की कोशिश और जानलेवा हमले के मामले में फरार चल रहा कुख्यात आरोपी बाबू उर्फ अक्षय गायकवाड हिललाइन पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी पर पहले से ही गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। जानकारी के मुताबिक 18 अप्रैल की देर रात करीब डेढ़ बजे उल्हासनगर कैंप क्रमांक 5 के गैस गोडाउन इलाके में रहने वाले भावेश भोईर पर बाबू उर्फ अक्षय गायकवाड ने अपने साथी रुद्र मरारे और दो अन्य गुंडों के साथ मिलकर चॉपर जैसे धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में भावेश भोईर के गले पर गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।घटना के बाद से मुख्य आरोपी बाबू गायकवाड फरार हो गया था, जिसको पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगातार प्रयास कर रही थीं। इस बीच हिललाइन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संदीप शिवले को गुप्त सूचना मिली कि बाबू गायकवाड अपने घर आया हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस निरीक्षक सिद्धेश्वर केलाशे, एपीआई दत्तात्रय सानप, पीएसआई संग्राम मानकर, अंकुश सुखकर और अविनाश सुर्वे की टीम ने इलाके में जाल बिछाकर बाबू गायकवाड को दबोच लिया। टीम ने बिना समय गंवाए आरोपी को हिरासत में लेकर थाने लाया, जहां उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि बाबू गायकवाड पर शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में भी महाराष्ट्र प्रिवेंशन ऑफ डेंजरस एक्टिविटीज़ (M.P.D.A.) के तहत मामला दर्ज है और वह इस प्रकरण में भी लंबे समय से वांछित था। हिललाइन पुलिस ने आरोपी को अपनी हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है और उसके अन्य आपराधिक कनेक्शन तथा फरारी के दौरान उसे शरण देने वालों की भी जानकारी खंगाली जा रही है।

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