कल्याण:
कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के आचार्य प्र.के. अत्रे रंगमंदिर में अभिजात मराठी भाषा दिवस और अभिजात मराठी भाषा सप्ताह के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रख्यात साहित्यकार व कवि प्रा. प्रवीण दवणे ने कहा कि मराठी भाषा अमृत का रसवंतीगृह है, लेकिन यदि उसका सही आकलन न किया जाए तो हम उसके रस से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि मराठी हमारी वडिलोपार्जित धरोहर है और उसकी जपणूक करना हर पीढ़ी की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में आयुक्त अभिनव गोयल ने वाचन संस्कृति को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि हर सप्ताह एक दिन “वाचन दिवस” मनाया जाना चाहिए। मुख्य लेखा परीक्षक सुरेश बनसोडे ने मराठी कवियों की रचनाओं का उल्लेख करते हुए समाज में पढ़ने की प्रवृत्ति बढ़ाने पर बल दिया। कार्यक्रम में अतिरिक्त आयुक्त योगेश गोडसे, मराठी भाषा अधिकारी किशोर शेळके, उपआयुक्त संजय जाधव, माजी नगरसेविका खुशबू चौधरी सहित अनेक अधिकारी व साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे। संचालन महेश देशपांडे ने किया और आभार प्रदर्शन माधवी पोफळे ने किया।
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