उल्हासनगर:
शहाड उड्डाणपुल की बदहाल स्थिति पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने किया जोरदार धरना-प्रदर्शन। पुल पर बिखरे गड्ढों के कारण रोज़ हादसे हो रहे हैं, जिससे यातायात प्रभावित और जनजीवन अस्त-व्यस्त है। स्कूल जाने वाले बच्चे, नौकरीपेशा कर्मचारी और बुजुर्ग नागरिक जोखिम में हैं।मनसे कार्यकर्ताओं ने सत्ताधारी नेताओं पर करारा आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के समय वोट लेने जरूर आते हैं, लेकिन पुल की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं देता। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि जल्द पुल की मरम्मत नहीं हुई तो आंदोलन और तेज होगा। अब सवाल है:क्या प्रशासन जल्द सुधार कार्य करेगा? क्या नेताओं के लिए वोट से बढ़कर नागरिक सुरक्षा का कोई महत्व है? शहाड उड्डाणपुल की सुध लेने के लिए जनता एवं मनसे का आंदोलन जारी रहेगा।
Post a Comment