उल्हासनगर:
उल्हासनगर शहर सिंधी बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि यहां वर्षों से लोग खासकर सिंधी समाज वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उनके सांसद पुत्र डॉ.श्रीकांत शिंदे के साथ रहा है। दोनों पिता-पुत्र भी शहरवासियों के सुख-दुःख में साथ देते रहे हैं। इसलिए ये सचाई है कि कल्याण लोकसभा चुनाव में डॉ.श्रीकांत शिंदे को जीतवाने में सिंधी समुदाय का बड़ा योगदान रहा है, इसे कोई झुठला नहीं सकता। फिर क्यों नहीं शहर प्रमुख या उप शहर प्रमुख पद किसी सिंधी समाज के लोगों को दिया जाए ? ऐसे सवाल जागरूक लोग उठ रहे हैं।
शिवसेना शिंदे गुट के नए शहर प्रमुख पद पर किसी सिंधी चेहरे की ताज पोशी होगी?
शिवसेना शिंदे गुट की कार्यकारिणी को बर्खास्त किये एक हफ्ता से अधिक समय बीत गया। शुक्रवार को इस संदर्भ में बैठक होनी थी लेकिन किसी कारणवश इसे एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है। अब ऐसा कहा जा रहा है कि अभी तक जो चेहरे प्रमुख पद पर थे उनके बजाय सिंधी समाज को ये पद मिले। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उनके सांसद पुत्र डॉ.श्रीकांत शिंदे भी इस पक्ष में हैं। इसलिए कहा जा रहा है कि शिवसेना शिंदे गुट के नए शहर प्रमुख पद पर किसी सिंधी चेहरे की ताज पोशी होगी। खैर ये तो आने वाले समय में ही पता चलेगा कि सिंधी समाज को उचित प्रतिनिधित्व मिलता है या नहीं ?
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