उल्हासनगर:
आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव को भयमुक्त और निर्भीक वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन ने दो कुख्यात अपराधियों के खिलाफ महाराष्ट्र प्रिवेंटिव डिटेंशन एक्ट (MPDA) के तहत कड़ी कार्रवाई की है। ठाणे शहर पुलिस आयुक्त के निर्देश पर उल्हासनगर-4 क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले तुषार उर्फ गोटया संतोष गोडांबे (19 वर्ष, शिवशक्ति कॉलनी निवासी) और अमोल पांडुरंग सावंत (24 वर्ष, भीम कॉलनी, ओटी सेक्शन निवासी) को एक वर्ष के लिए नजरबंद कर दिया गया है। इन दोनों के खिलाफ शरीर के विरुद्ध गंभीर स्वरूप के कुल 15 संज्ञेय अपराध दर्ज हैं। पिछले एक-दो वर्षों में घातक हथियारों से कई वारदातों को अंजाम देकर उन्होंने इलाके में आतंक का माहौल बना रखा था। आम नागरिक शिकायत दर्ज कराने से भी कतरा रहे थे। जमानत पर रिहा होते ही वे फिर अपराध की दुनिया में लौट आते थे।उल्हासनगर महानगरपालिका चुनाव को ध्यान में रखते हुए उनकी आपराधिक प्रवृत्ति पर लगाम लगाने हेतु MPDA के तहत प्रस्ताव भेजा गया, जिसे ठाणे शहर पुलिस आयुक्त श्री आशुतोष डुंबरे ने मंजूर कर लिया। MPDA अधिनियम 1981 की धारा 3(1) के तहत दोनों को 'खतरनाक व्यक्ति' घोषित कर एक वर्ष की नजरबंदी का आदेश जारी किया गया। तुषार उर्फ गोटया को 17 दिसंबर को नासिक केंद्रीय कारागृह और अमोल सावंत को 21 दिसंबर को येरवडा केंद्रीय कारागृह, पुणे भेज दिया गया।यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त श्री आशुतोष डुंबरे के आदेश पर सह पुलिस आयुक्त श्री ज्ञानेश्वर चव्हाण, अपर पुलिस आयुक्त श्री संजय जाधव, पुलिस उपायुक्त श्री सचिन गोरे, सहायक पुलिस आयुक्त श्री अमोल कोळी के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री अशोक कोळी और उनकी टीम ने अंजाम दी। पुलिस का यह कदम चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

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