उल्हासनगर में सियासी हलचल तेज, दिवाली पर नेताओं की एकजुटता ने बढ़ाई चर्चा।


 

उल्हासनगर: 

आगामी उल्हासनगर महानगरपालिका चुनाव को लेकर शहर में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। दिवाली पर्व के अवसर पर विभिन्न पैनलों और दलों के नेता जनता से सीधा संपर्क साधकर शुभकामनाएं दे रहे हैं, जिससे स्थानीय राजनीति में नए समीकरण बनने की चर्चा जोरों पर है। 

पैनल क्रमांक ९ के साई पक्ष अध्यक्ष जीवन ईदनानी, सुमित चक्रवर्ती और पूर्व नगरसेविका डिंपल कुमारी ठाकुर ने दिवाली के अवसर पर नागरिकों को मिठाई वितरण किया। इस कार्यक्रम में पूर्व आमदार पप्पू कलानी विशेष रूप से मौजूद रहे।

कार्यक्रम में पप्पू कलानी ने नागरिकों को भरोसा दिलाया कि “अगले साल शहर की सड़कों पर एक भी खड्डा नजर नहीं आएगा।”जीवन ईदनानी ने मंच से दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “पिछले कई नेताओं ने अधूरे वादे किए, अब साई पक्ष पूरी ईमानदारी से काम करेगा।”मंच पर पप्पू कलानी और जीवन ईदनानी की एक साथ उपस्थिति को शहर के बदलते राजनीतिक समीकरण का संकेत माना जा रहा है।कार्यक्रम में शिवसेना का कोई भी प्रमुख नेता उपस्थित नहीं था, जिससे विभिन्न राजनीतिक हलकों में चर्चा बढ़ गई है। माना जा रहा है कि आगामी चुनाव में साई पक्ष और अन्य दलों के बीच संभावित गठबंधन बन सकता है, जबकि शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों पर भी सवाल उठने लगे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद पूर्व नगरसेवक सुजीत चक्रवर्ती की टीम की ओमी कलानी के मंच पर वापसी ने भी राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। । 

वहीं शहर की जनता का कहना है कि “जो पैसा उपहारों पर खर्च हो रहा है, अगर वह सड़क मरम्मत में लगता, तो आज उल्हासनगर खड्डामुक्त होता।”

आगामी चुनाव में गठबंधन की नई तस्वीर?शहर में अब चर्चा इस बात की है कि क्या उल्हासनगर महानगरपालिका चुनाव में शिवसेना, टीओके और साई पक्ष का गठबंधन बनेगा या बीजेपी से दूरी बनाकर सत्ता स्थापना का नया समीकरण तैयार होगा।






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