कल्याण:
कल्याण–डोंबिवली महानगरपालिका (KDMC) ने गणेशोत्सव के लिए एक ओर समुदाय-उन्मुख पहल की है: सभी 6 फुट से कम हाइट की मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में करना अनिवार्य किया गया है, ताकि नदी-जल संसाधन और पर्यावरण के संरक्षण को बढ़ावा मिले। इससे शहर में प्रदूषण और ईंट-गिट्टी के अवशेषों के प्रबंधन में भी मदद मिलेगी।
इस वर्ष ऑनलाइन एक खिड़की (one-window) प्रणाली के जरिए मंडलों को जरूरी परमिशन एक ही जगह मिलेंगी, जिससे प्रक्रियाओं में गति आएगी और देरी नहीं होगी।
KDMC के विद्युत विभाग ने विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा और सुविधाओं के इंतजाम पूरे कर लिए हैं: 76 जगहों पर जनरेटर, 2475 हॉलोजन लाइट्स, 558 एलईडी, 105 लाइटनिंग टॉवर्स और 38 प्रमुख स्थानों पर 212 सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। कुल मिलाकर कल्याण में 65 और डोंबिवली में 62 स्थानों पर नागरिकों के लिए विसर्जन व्यवस्था की गई है; नगरपालिका के प्रभागों में “विसर्जन आपके द्वार” योजना अपनाई जा रही है, ताकि घरों के पास ही मूर्तियों का विसर्जन संभव हो सके।
आखिरकार, प्रशासन का उद्देश्य जल-पर्यावरण संरक्षित रखना है और नागरिकों को सुविधाजनक, सुरक्षित और सुगम विसर्जन का अनुभव देना है।
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