उल्हासनगर:
उल्हासनगर कैंप 3 के गुरु गोविंद सिंह हिंदी हाई स्कूल में पदोन्नति के लिए फर्जी दस्तावेज़ बनाकर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस प्रकरण में आरोपी शिक्षक राजेशकुमार तिवारी को गिरफ्तार किया है, जबकि उनके साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम देने वाले बर्खास्त मुख्याध्यापक त्रिभुवनदास तिवारी और प्रभारी मुख्याध्यापिका सुनीता सिंह अभी फरार हैं। पुलिस ने मध्यवर्ती थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संस्था की अध्यक्षा परविंदर कौर मुधर ने इस बात की शिकायत की थी कि त्रिभुवनदास तिवारी ने बिना किसी पद के संस्था के लेटरहेड पर फर्जी पदोन्नति आदेश बनाया, जिसमें राजेशकुमार तिवारी को पर्यवेक्षक का पद दिया गया। इस फर्जी आदेश में ठाणे जिला परिषद शिक्षण विभाग का नाम भी नकली था।प्रभारी मुख्याध्यापिका सुनीता सिंह ने इस फर्जी आदेश को नजरअंदाज करते हुए 15 जुलाई 2025 से राजेशकुमार की पदोन्नति स्वीकृत कर दी, जबकि आदेश में स्वयं उनकी स्वैच्छिक सेवा समाप्ति का भी उल्लेख था। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि इस कृत्य से शिक्षण विभाग, स्कूल और संस्था तीनों की ठगी हुई है। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
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