उल्हासनगर:
उल्हासनगर रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाला स्काईवॉक खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा कराई गई संरचनात्मक ऑडिट में पुल को अत्यधिक खतरनाक बताया गया है। इसके परिणामस्वरूप, पालिका ने स्काईवॉक की मरम्मत का निर्णय लिया है और ९/१०/२४ से स्काईवॉक पर पैदल यातायात बंद किया जाएगा।
स्काईवॉक में टूटे हुए फर्श, ढहते हुए पिलर्स और टूटे हुए रेलिंग के कारण लोग इसे उपयोग करने में डर रहे थे। उल्हासनगर महापालिका और एमएमआरडीए के बीच मरम्मती की जिम्मेदारी को लेकर तकरार चल रही थी।
पर सामाजिक संस्था 'एक हाथ मदद का' के संस्थापक अध्यक्ष विजय कदम ने इस मुद्दे को लेकर शासन से आरटीआई की मध्यम से पता लगाया। एमएमआरडीए ने स्पष्ट किया कि यह स्काईवॉक उल्हासनगर महानगरपालिका के अधीन है। इसके बाद पालिका ने रिषभ कर्नाबट के माध्यम से पुल का संरचनात्मक ऑडिट कराया, जिसमें स्काईवॉक को खतरनाक घोषित किया गया।
इस स्थिति से स्थानीय निवासियों में यह चिंता है, की कब मरम्मत का कार्य शुरू और कब समाप्त होगा।
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