उल्हासनगर —
दिवाली पर्व का असली संदेश खुशियाँ बाँटना और दूसरों के जीवन में प्रकाश फैलाना है। इसी भावना को साकार करते हुए एस.एस.टी. कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, उल्हासनगर–4 के आजीवन शिक्षण एवं विस्तार विभाग (DLLE Unit) ने इस वर्ष भी बाल विकास केंद्र, उल्हासनगर के अनाथालय में दिवाली उत्सव मनाया। डीएलएलई के जिला समन्वयक प्रा. दिलीप आहुजा और प्रा. स्वाती केसवानी के मार्गदर्शन में लगभग 30 छात्र स्वयंसेवकों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर बच्चों के साथ दिवाली की खुशियाँ साझा कीं। छात्रों ने अनाथालय में दिए जलाए, फुलझड़ियाँ जलाईं, मिठाइयाँ और उपहार बाँटे। गीत, नृत्य और खेलों से पूरा वातावरण उत्साह और आनंद से भर उठा। कॉलेज का डीएलएलई विभाग सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रणी रहा है। ‘प्रोजेक्ट रक्षा’ अभियान के तहत छात्रों ने उल्हासनगर परिसर में फर्स्ट एड बॉक्स वितरित कर स्वास्थ्य जागरूकता फैलाई। इसके अलावा, कॉलेज में नियमित रूप से रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुरस्वानी ने छात्रों की पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में संवेदनशीलता बढ़ाने का कार्य करते हैं। प्रा. दिलीप आहुजा ने इस अवसर पर कहा—“दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाना ही सच्ची दिवाली मनाने का अर्थ है।”इस आयोजन के माध्यम से छात्रों ने न केवल उत्सव की खुशियाँ बाँटी बल्कि समाज के वंचित वर्गों तक प्रकाश पहुँचाकर सच्चे अर्थों में दिवाली को सार्थक बना दिया।

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