उल्हासनगर में फिर हुई एक युवक की हत्या से सनसनी और ख़ौफ़ का माहौल।



उल्हासनगर (आनंद कुमार शर्मा) : 

उल्हासनगर क्राइम रैंकिंग में नजदीकी शहरों से आगे, शहर में सख्त कानून व्यवस्था की आवश्यकता।

उल्हासनगर शहर से सटे सभी नजदीकी शहरों के मुकाबले २०२० कि शुरुवात से ही उल्हासनगर में क्राइम रेट का ग्राफ बहुत ही तेजी से उपरी तरफ बढ़ता जा रहा है, दिपक भोईर हत्या कांड हो या सुनील शर्मा मिर्ची - हतोड़ा कांड, शहर में व्यापार करने वाले गुलाब जामुन विक्रेता राजू धेमला कांड हो या पवन जूस सेंटर पर हुआ हमला से लेकर कोरोना काल मे बदमाशों द्वारा चोरी और लूटपाट की बढ़ती अपराध और पिछले कुछ दिनों में फिर से शुरू खूनी खेल से शहर के आम नागरिकों को दूसरे शहरों में पलायन के विचारों को बढ़ावा दे रहा है। 


उल्हासनगर में फिर हुई एक युवक की हत्या से सनसनी और ख़ौफ़ का माहौल।

उल्हासनगर में गुरुवार तड़के कैम्प क्रमांक ५ नेताजी चौक परिसर में एक कार (एमएच-०५-सीएम-९५८९) की डिक्की से बदबू आने और पुलिस द्वारा खोले जाने पर एक युवक की लाश मिलने से खलबली मच गई। 

प्रारंभिक जांच में पता चला कि मृतक का नाम पवन गुल अच्छरा है जो जय शंकर सेरामिक्स के मालिक का २२ वर्षीय पुत्र है, जो पिछले ४ दिनों से लापता था, पुलिस ने तुरंत ही लाश को ताबे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हस्पताल भेज दिया। 

वहीं आरोपी दीपक गोकलानी को पुलिस ने हिरासत में लिया है जो मृतुक पवन का करीबी दोस्त है और उसने अपना गुन्हा काबुल किया है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वारदात का मुख्य कारण आई.पी.एल. के दौरान मैच पर सट्टेबाजी के पैसों के लेन-देन से जुड़ा हुआ है, दूसरी तरफ अनैतिक और अनैसर्गिक संबंध के चलते विडियो दिखाकर ब्लैकमेल करने का मामला भी सामने आया है। 



शहर एक और कानून दो..., बढ़ते अपराधों का यहीं है कारण सबकी जुबान पर...।

पिछले कुछ दिनों से सोशल मिडिया पर चर्चा का विषय है, शहर एक और कानून दो..., एक तरफ देखा गया कि कोरोना काल के नियमों की दुहाई देते हुए व्यापारियों से नियम उलंघन के लिए दंड वसूला जा रहा है तो दूसरी तरफ देर रात तक सारे नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए जुए-मटके, रेस्टोरेंट बार, आदि अपराध जन्म देने वाली जगह का बिंदास चलना है। 

शहर के व्यापारी एसोसिएशन चुप-चाप मोनी बाबा की तरह सबकुछ देख कर अनदेखी कर रही है। 

शहर में बढ़ते अपराधों का सबसे मुख्य कारण यहाँ हो रहे हर तरह के ग़ैरकानूनी काम धंदा है, नशे के लत लगाने की प्रतिबंदक चीजें  गुटखा व्यापार, गांजा-चरस,  जैसी अमली चीजों की बिक्री, देर रात तक चलने वाले बार-ढाबे, मटके-जुए का व्यापार, ऑरकेस्ट्रा बार तथा लॉजिंग-बोर्डिंग के नाम पर देह व्यापार, हुक़्क़ा पारलर आदि के कारण नई पीढ़ी इनका शिकार जल्दी हो रही है जिसकी वजह से अपराध को बढ़ावा मिल रहा है।





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