Latest Post

 


उल्हासनगर : 

उल्हासनगर की विठ्ठलवाड़ी पुलिस ने गुरुवार रात 23 वर्षीय महिला दृष्टि चौधरी और मस्जिद के ट्रस्टी सलीम चौधरी (58) को गिरफ्तार किया है। दृष्टि की मां कल्पना चौधरी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सलीम चौधरी और 9 अन्य लोगों ने उनकी बेटी का अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराया और समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश की।

कल्पना चौधरी ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी दृष्टि को अवैध रूप से धर्म परिवर्तन कराया गया और उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का डर है। पुलिस ने दृष्टि को अम्बरनाथ से ढूंढ निकाला और गिरफ्तार किया।

पुलिस ने कल्पना चौधरी की शिकायत पर 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें धर्म के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप हैं।





 


उल्हासनगर:

विगत कई वर्षों से उल्हासनगर में धोखादायक इमारतों का मुद्दा जस का तस अवस्था में है।  खासकर हर साल मानसून के दौरान शहर भर में कहीं ना कहीं इमारतों के स्लैब अथवा इमारत गिरने की घटना सामने आती है और लोग मरते एवं  घायल होते हैं।  इस दौरान राजनीति भी खूब होती है और फिर हादसे के दो चार दिन बाद सभी ये मामले तबतक भूल जाते हैं जबतक कोई नया हादसा नहीं होता।  ये सिलसिला वर्षों से होता चला आ रहा है। लेकिन अबतक धोखादायक इमारतों को लेकर कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है।  हजारों लोगों की जान खतरे में होने  के बावजूद इसकी सुध लेने वाला कोई है ही नहीं।  मनपा प्रशासन भी खानापूर्ति कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रही है।  कुछ साल पूर्व शीतकालीन सत्र में विधान मंडल के पटल पर उल्हासनगर की धोकादायक इमारतों को लेकर एक अध्यादेश जारी करने की घोषणा की गई थी मगर लंबे अंतराल के बावजूद अबतक कोई हलचल तक नहीं है।  मनपा प्रशासन हर साल मानसून आने से कुछ रोज पहले धोकादायक इमारतों की सूची जारी कर देती है।  सबसे खतरनाक इमारतों को खाली करवाया लिया जाता है और उनमें एक-दो खतरानक इमारतों को तोड़ने की प्रक्रिया भी हो  जाती है।  लेकिन समस्या जस की तस चली आ रही है. लोगों का कहना है कि आखिर क्या वजह है कि शासन-प्रशासन उल्हासनगर की धोखादायक इमारतों के प्रति उदासीन रवैया अपनाये हुए है ? क्या प्रशासन को फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार है ? आखिर कबतक इमारतों के गिरने से निरपराध लोगों की जानें जाती रहेगी या घायल होते रहेंगे ?





नंदलाल छुगानी



उल्हासनगर :

महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी ने वर्ष 2023-2024 के लाइफ टाइम अचीवमेंट और साहित्यिक पुरस्कारों की घोषणा की है। अकादमी द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक अखिल भारतीय जीवन सम्मान पुरस्कार नंदलाल छुगानी को दिया जाएगा, जिसमें उन्हें सम्मान पत्र और 1 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।

उल्हासनगर के 3 साहित्यकारों को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

इसके अलावा डॉ भरत खुशालानी, कोमल सुखवानी, प्रिया वछाणी, हासानंद खेमचंद सतपाल, विनोद नोतनदास रोहाणी, जूली तेजवानी, जीवन वाधवानी आदि को भी पुरस्कृत किया जाएगा। उल्हासनगर के 3 साहित्यकार प्रिया वछाणी, जूली तेजवानी, जीवन वाधवानी को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी की परंपरा का निर्वहन

महाराष्ट्र राज्य सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा सिंधी भाषा के प्रचार-प्रसार में राज्य स्तर पर उल्लेखनीय कार्य करने वाले साहित्यकारों, पत्रकारों, सिंधी रंग मंच पर काम करने वालों को सम्मानित करने की परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है।




 


उल्हासनगर:

उल्हासनगर की भाजपा सचिव काजल मुलचंदानी ने संस्कृति एवं टूरिज्म मंत्री भारत सरकार श्री गजेंद्र सिंह चौहान से मुलाकात की और राष्ट्रीय सिंधी कला एवं संस्कृति विकास परिषद के गठन की मांग की।

सिंधी समुदाय की संस्कृति एवं साहित्य के लिए परिषद की आवश्यकता।

काजल मुलचंदानी ने बताया कि देश में 4 करोड़ सिंधी समुदाय के लोग रह रहे हैं, और उनकी भाषा, कला और संस्कृति के लिए सिंधी भाषा विकास बोर्ड कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सिंधी समुदाय की संस्कृति एवं साहित्य के लिए एक अलग परिषद की आवश्यकता है।

मंत्री ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी।

संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह चौहान ने काजल मुलचंदानी को आश्वस्त किया कि वह शीघ्र ही अपने मंत्रालय के अधिकारियों से बात करके इस विषय पर कार्यवाही करने को कहेंगे।



 


उल्हासनगर : 

उल्हासनगर के पूर्व विधायक पप्पू कालानी के पुत्र ओमी कालानी ने आगामी विधानसभा चुनाव 2024 में उल्हासनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। टीम ओमी कालानी द्वारा गोवा में दो दिवसीय अधिवेशन किया गया, जिसमें विधानसभा चुनाव पर चर्चा की गई।

अधिवेशन के दूसरे दिन, टीम ओमी कालानी ने 25 मुद्दों का घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उल्हासनगर की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न मुद्दों पर घोषणा की गई।

जिसमें विशेष रूप से गोल मैदान को खेल परिसर घोषित करना,  हर माह जनता दरबार, पार्किंग प्लाजा, हाथगाड़ी टैक्स रदद् करवाना, शहाड ब्रिज आरओबी एक्सटेंशन, जयभीम भवन और गार्डन का निर्माण, रोटरी मिडटाउन गोल मैदान में हर सप्ताह आरटीओ कैंप, चालीहा साहिब मंदिर और अंबरनाथ मंदिर को तीर्थ स्थल घोषित करवाना, इत्यादी आवश्यकताओं पर घोषणापत्र प्रसिद्ध किया गया ।

राकांपा (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने अधिवेशन में उपस्थिति दर्ज कराई और ओमी कालानी को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि ओमी कालानी का घोषणापत्र राकांपा का होना चाहिए और ओमी कालानी के एनसीपी (एस.पी) पार्टी से चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की।





 


उल्हासनगर : 

उल्हासनगर महानगर पालिका के पैनल 19 की नगरसेविका मीना सोंडे और सोहम फाउंडेशन ने दोस्ती वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया है। यह कार्यक्रम ४ अगस्त रविवार को सुबह 11 बजे से आयोजित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में बड़े वृक्ष जैसे की जांभूल, बादाम, आवला और कादुलिम इत्यादि का वृक्षारोपण किया जाएगा। नगरसेविका मीनाजी ने शहर के नागरिकों को संदेश दिया है कि "दोस्ती प्रकर्ति से ...दोस्ती वातावरण से.."

इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बनाने के लिए, और नागरिकों में जागरूकता फैलाना है। सभी नागरिकों से अनुरोध वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लें और पर्यावरण को संरक्षित करने में अपना योगदान दें।





 



उल्हासनगर:

उल्हासनगर में लाख प्रयास के बावजूद भी अतिक्रमण को हटाया नहीं जा सका है। शहर की अधिकांश सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है।  ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है। वह भी आम लोगों के साथ जाम में फंस कर परेशान होते हैं पर अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं होता है।  कभी कभार औपचारिकता पूरी करने के लिए अतिक्रमण हटाया जाता है तो दूसरे दिन से फिर अतिक्रमण शुरू हो जाता है।  अतिक्रमण की वजह से शहर बदसूरत दिखती है, चौड़ी सड़कें भी सिकुड़ गई है।  इसकी वजह से हमेशा ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न होती है।  ट्रैफिक पुलिस को भी जाम हटाने में पसीने छूट जाते हैं।  अब सवाल यह उठता है कि आखिर वह कौन सी मजबूरी है कि शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने में प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस प्रशासन फेल हो रही है। 

जाम में फंस कर परेशान होते हैं नागरिक

ट्रैफिक जाम का खामियाजा शहर की बड़ी आबादी के साथ आस-पड़ोस के शहरों से आने वाले लोगों को प्रतिदिन उठानी पर रही है।  वाहन चालक की हालत यह है कि 5 मिनट का सफर पूरा करने में उन्हें आधे घंटे से अधिक समय लगता है।  शहरवासियों का कहना है कि कल्याण-बदलापुर रोड का चौड़ीकरण किया गया और इसके लिए करीब 900 ढांचों को नेस्ताबूद किया गया और वह सड़क शहर की सबसे चौड़ी सड़क है लेकिन कई जगहों पर अतिक्रमण होने से वह सड़क भी सिकुड़ने लगी है। ऐसा ही हाल शहर की अन्य सड़कों का है। जिसके चलते लोगों को हर रोज ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है।




MKRdezign

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget